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चेन्नई. कोरोना (Corona) वायरस की वजह से लागू पाबंदियों में और ढील देते हुए तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के.पलानीस्वामी )(Palaniswamy) ने सोमवार को घोषणा की कि सभागारों में सामाजिक, राजनीतिक और मनोरंजन कार्यक्रम आयोजित करने की अनुमति दी जाएगी और सात दिसंबर से स्नातक पाठ्यक्रम के अंतिम वर्ष में पंजीकृत छात्रों के लिए कॉलेज खोले जाएंगे।

उन्होंने एक दिसंबर से दी जाने वाली ढील की घोषणा करते हुए कहा कि मरीना बीच (समुद्र तट) सहित सभी पर्यटक स्थलों को खोला जाएगा और स्विमिंग पूल का इस्तेमाल प्रशिक्षण के उद्देश्य से करने की अनुमति होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी कॉलेजों और विश्वविद्यालय में कला, विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग, कृषि, मत्स्यपालन और पशु चिकित्सा सहित सभी विषयों के स्नातक पाठ्क्रम में अंतिम वर्षों के विद्यार्थियों के लिए कक्षाएं और छात्रावास सात दिसंबर से खोलने की अनुमति होगी।

उन्होंने कहा कि सात दिसंबबर से ही मेडिकल और पैरा-मेडीकल की स्नातक और परास्नातक की कक्षाएं भी खोले जा सकेंगी। पलानीस्वामी ने कहा कि शैक्षणिक सत्र 2020-21 के लिए पंजीकृत छात्रों के लिए हालांकि, कक्षाएं अगले साल एक फरवरी से खुलेंगी। उन्होंने बताया कि सभी प्रदर्शनी केंद्रों को कारोबार के इरादे से काम करने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि एक से 31 दिसंबर तक अधिकारियों की पूर्व अनुमति से सामाजिक,राजनीतिक और मनोरंजन कार्यक्रम आयोजित करने की अनुमति दी जाएगी।

मुख्यमंत्री ने आधिकारिक विज्ञप्ति में हालांकि, स्पष्ट किया कि सभागार में आयोजित इन कार्यक्रमों में लोगों के शामिल होने की अधिकतम सीमा 200 व्यक्ति या क्षमता का 50 प्रतिशत होगी। विज्ञप्ति के मुताबिक छत के नीचे कार्यक्रम आयोजित करने के लिए चेन्नई में पुलिस आयुक्त से और राज्य के अन्य जिलों में जिला कलेक्टर से अनुमति लेनी होगी। अगले साल विधानसभा चुनावों के मद्देनजर विपक्षी द्रमुक और भाजपा लगातार रैली आयोजित करने का प्रयास कर रहे हैं। इस बीच, पलानीस्वामी ने कहा कि खुले में कार्यक्रम करने की अनुमति देने पर फैसला अगले कुछ दिनों में कोरोना वायरस के संक्रमण की स्थिति को ध्यान में रखकर लिया जाएगा।