हिंदी और अंग्रेजी ही नहीं, पूरे 15 भाषाओं में होगी स्टाफ सिलेक्शन भर्ती परीक्षा, पढ़े डिटेल्स

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नई दिल्ली: कर्मचारी चयन आयोग की ओर से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। दरअसल अब SSC यानी स्टाफ सिलेक्शन भर्ती परीक्षाओं का आयोजन हिंदी और अंग्रेजी ही नहीं बल्कि पूरे 15 भाषाओं में किया जाएगा। जी हां जानकारी के लिए आपको बता दें कि  जल्द ही एसएससी की ओर से सभी 22 अनुसूचित भाषाओं में भी लिखित परीक्षा का आयोजन किया जाएगा। आइए इस बारे में जानते है पूरी जानकारी क्या है…

22 अनुसूचित भाषाओं में भी लिखित परीक्षा

22 अनुसूचित भाषाओं में भी लिखित परीक्षा की योजना बनाई जा रही है। दरअसल केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि इससे स्थानीय युवाओं की भागीदारी बढ़ेगी और क्षेत्रीय भाषाओं को प्रोत्साहन भी मिलेगा, इस वजह से यह फैसला लिया गया है। 

ऐतिहासिक निर्णय 

बता दें कि बुधवार को जितेंद्र सिंह ने कहा कि, ‘केंद्र ने हाल ही में एसएससी द्वारा आयोजित सरकारी नौकरी भर्ती परीक्षा 15 भाषाओं में आयोजित करने का निर्णय लिया है, जिससे देश का हर युवा इन भर्ती प्रक्रियाओं का हिस्सा बन सकें।’ कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय की 14वीं हिंदी सलाहकार समिति की बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा यह ऐतिहासिक निर्णय स्थानीय युवाओं की भागीदारी को बढ़ावा देगा और क्षेत्रीय भाषाओं को प्रोत्साहित करेगा। अभी नीट, जेईई और सीयूईटी परीक्षाओं का आयोजन हिंदी और अंग्रेजी के अलावा विभिन्न स्थानीय भाषाओं में किया जा रहा है। 

‘इन’ भाषाओं में होगी SSC भर्ती परीक्षा

मंत्री जितेंद्र सिंह ने अनुसार एसएससी भर्ती परीक्षा हिंदी और अंग्रेजी के अलावा 13 क्षेत्रीय भाषाओं यानी असमिया, बंगाली, गुजराती, मराठी, मलयालम, कन्नड़, तमिल, तेलुगु, उड़िया, उर्दू, पंजाबी, मणिपुरी (मैती भी) और कोंकणी में सेट किया जाएगा। इन भाषाओँ में होगी परीक्षा। 

जानें क्या होगा लाभ… 

इस बारे में आगे जानकारी देते हुए जितेंद्र सिंह ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पिछले नौ वर्षों से अधिक समय में आधिकारिक भाषा हिंदी के अलावा भारतीय क्षेत्रीय भाषाओं को बढ़ावा देने में उल्लेखनीय प्रगति हुई है। आगे उन्होंने कहा कि इस निर्णय से लाखों अभ्यर्थी अपनी मातृभाषा/क्षेत्रीय भाषा में परीक्षा में शामिल हो सकेंगे और उनकी चयन संभावनाओं में सुधार होगा। 

कई राज्य कर रहे थे इसकी मांग

गौरतलब हो कि साउथ के कई राज्य एसएससी परीक्षा अंग्रेजी और हिंदी के अलावा अन्य भाषाओं में आयोजित करने की लगातार मांग कर रहे थे, जिसके बाद सरकार की ओर से यह फैसला किया गया है। मंत्री ने कहा कि कर्मचारी चयन आयोग ने हाल ही में उम्मीदवारों के लिए 15 भाषाओं में परीक्षा देने के लिए प्रारूप का अनावरण किया है और सभी 22 अनुसूचित भाषाओं में लिखित परीक्षा की अनुमति देने की योजना बनाई जा रही है।