Nadda inaugurates BJP office in Kerala

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नई दिल्ली. भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने केंद्र सरकार द्वारा संसद में कृषि क्षेत्र से संबंधित पेश किए गए तीन विधेयकों का मजबूती से बचाव करते हुए उन्हें बहुत ही क्रांतिकारी, जमीनी स्तर पर परिवर्तन लाने वाला और किसानों की तस्वीर बदलने वाला बताया। किसान इन तीनों विधेयकों का विरोध कर रहे हैं।

उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार संसद के मौजूदा मानसून सत्र में किसानों से संबंधित कृषक उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा प्रदान करना) विधेयक, 2020, कृषक (सशक्तिकरण और संरक्षण) मूल्य आश्वासन और कृषि सेवा पर करार विधेयक और आवश्यक वस्तु (संशोधन) विधेयक, 2020 लेकर आई है। आवश्यक वस्तु (संशोधन) विधेयक मंगलवार को लोकसभा से पारित हो गया।

नड्डा ने भाजपा मुख्यालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर भी हमला बोला और कहा कि उसके द्वारा इन विधेयकों का विरोध उसके दोहरे चरित्र को उजागर करता है। कांग्रेस पर किसानों को गुमराह करने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि मोदी सरकार इन विधेयकों के माध्यम से जो कर रही है, उसका वादा कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में किया था।

उन्होंने कहा कि इन तीन विधेयकों पर शिरोमणि अकाली दल (शिअद) की चिंताओं को दूर करने के लिए पार्टी लगातार उसके नेताओं से बातचीत कर रही है। शिअद के विरोध के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में नड्डा ने संवाददाताओं ने कहा, “हम उनके साथ बातचीत कर रहे हैं। सारी चीजों के बारे में जानकारियां भी दे रहे हैं। बात भी हो रही है और चर्चा भी कर रहे हैं। अभी से नहीं, ये लगातार हो रही है। चर्चा के माध्यम से ही हम आगे बढ़ रहे हैं और आगे बढ़ेंगे।”?

शिअद के नेताओं ने मंगलवार को नड्डा से मुलाकात कर आग्रह किया था कि केंद्र सरकार को कृषि से संबंधित इन तीन विधेयकों पर किसानों की चिंताओं का निराकरण करना चाहिए। पार्टी ने इन विधेयकों को संसदीय समिति में भेजने की मांग की थी। केन्द्र में शिअद, भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का सहयोगी दल है।

उन्होंने दावा किया कि ये तीनों विधेयक बहुत दूरदृष्टि रखते हैं और कृषि क्षेत्र में निवेश को बढ़ाने में ये तीनों बिल बहुत महत्वपूर्ण और लाभकारी हैं तथा किसानों के उत्पाद का दाम बहुत तीव्र गति से आगे बढ़ाने वाले साबित होंगे। उन्होंने कहा, “तीनों ही विधेयक किसानों को नई आजाद हवा देंगे। इसके बाद किसान को आजादी होगी अपना उत्पाद बेचने की। यह तीनों विधेयक बहुत ही क्रांतिकारी हैं और जमीनी स्तर पर परिवर्तन लाने वाले हैं। इससे किसानों की तस्वीर बदलेगी, तकदीर बदलेगी, उनके हालात में मूलभूत परिवर्तन होगा। उत्पाद का उसको उचित मूल्य मिलेगा।” नड्डा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस आज इन विधेयकों का विरोध कर रही है जबकि चुनावों में किसानों को लुभाने के लिए वह इसी प्रकार के वादों को अपने घोषणा पत्र का हिस्सा बनाती है।

उन्होंने आरोप लगाया, “विधेयकों को ले कर कांग्रेस का विरोध राजनीति के सिवाय कुछ नहीं। यह उसका दोहरा चेहरा है। हर चीज में इनका काम राजनीति करना है। कांग्रेस को सिवाय राजनीति के कुछ नहीं आता। मोदी सरकार इन विधेयकों के माध्यम से जो कर रही है, उसका वादा कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में किया गया था।”

उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस आवश्यक वस्तु (संशोधन) विधेयक का लोकसभा और राज्यसभा में विरोध कर रही है और किसानों को लुभाने के लिए इसे अपने घोषणा पत्र में डालती है। उन्होंने आरोप लगाया, “आज वह दुनिया को गुमराह कर रही है। झूठ बोल रही है। यह कांग्रेस की पॉलिटिक्स है।”

नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने पहले और दूसरे कार्यकाल में किसान, गरीब, मजदूर, वंचित और शोषित वर्ग के लोगों को ध्यान में रखते हुए कार्यक्रम और नीतियां बनाई है। भाजपा अध्यक्ष ने स्पष्ट किया कि एपीएमसी और न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की व्यवस्था बदस्तूर बरक़रार रहेगी। उन्होंने कहा कि किसान अब एक मार्केट के बाहर भी अपने दामों पर अपना अनाज दे सकता है। “हम सरलीकरण कर रहे हैं, हम किसानों को छूट दे रहे हैं, उन्हें विकल्प दे रहे हैं।”