BJP retaliates on Rahul's allegation, Sambit Patra said – only Gandhi family lost everything in demonetisation

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    नई दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने केंद्र सरकार (Central Government) पर एक बार फिर देश की संपत्ति बेचने का आरोप लगाया। राहुल के इस आरोप पर भारतीय जनता पार्टी (Bhartiya Janta Party) ने पलटवार किया है। पार्टी प्रवक्ता संबित पात्रा (Sambit Patra) ने जवाब देते हुए कहा कि, “राहुल गांधी ने उन मुद्दों के बारे में बात की, जिनके बारे में उन्हें स्पष्ट जानकारी नहीं थी। ‘सीएनपी’ वाले जीडीपी का सही अर्थ कभी नहीं समझ सकते।”

    देश को भ्रमित करने का किया प्रयास

    पात्रा ने लिखा, “राहुल गांधी ने भ्रमित करने के लिए जीडीपी की परिभाषा को अपभृंशित करके देश के सामने प्रस्तुत किया। जहां तक कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी का सवाल है, सीएनपी वाले अर्थात् करप्शन, नेपोटिज़्म और पॉलिसी पैरालिसिस वाले जीडीपी के सही अर्थ को कभी नहीं समझ सकते।”

    अर्थ्याव्यवस्था में लौटी रही पटरी पर 

    पात्रा ने कहा, “कल ही हमारे पास ऐतिहासिक खबर थी। जहां वित्त वर्ष 2021-22 की पहली तिमाही में जीडीपी 20.1 प्रतिशत रही, जो बेहद वे अभूतपूर्व थे…. महामारी क्षेत्र में यह उछाल केवल निर्णायक नेतृत्व के कारण संभव था कि पीएम मोदी ने इस सरकार के लिए योगदान दिया है

    प्रेस कांफ्रेंस कर राहुल में मोदी सरकार पर बोला हमला 

    दरअसल, राहुल गांधी ने बुधवार को प्रेस वार्ता कर गैस की बढ़ी हुई कीमतों को लेकर मोदी सरकार पर हमला बोला। राहुल ने कहा, “मोदी जी ने पहले कहा था कि मैं डीमोनेटाइजेशन कर रहा हूं और वित्त मंत्री कहती रहती हैं कि मैं मोनेटाइजेशन कर रही हूं। किसानों, मज़दूरों, छोटे दुकानदार, एमएसएमई, सैलरीड क्लास, सरकारी कर्मचारियों और ईमानदार उद्योगपतियों का डीमोनेटाइजेशन हो रहा है।” उन्होंने कहा, “नरेंद्र मोदी जी के चार-पांच मित्रों का मोनेटाइजेशन हो रहा है।”

    कांग्रेस नेता ने कहा, “2014 में जब यूपीए ने ऑफिस छोड़ा था तो सिलेंडर का दाम 410 रुपये था और आज सिलेंडर का दाम 885 रुपये है। सिलेंडर के दाम में 116% की बढ़ोतरी हुई है। पेट्रोल की क़ीमत में 2014 से 42% और डीज़ल की क़ीमत में 55% की बढ़ोतरी हुई है।” 

    उन्होंने कहा, “हमारे समय में अतंरराष्ट्रीय बाज़ार में कच्चे तेल का दाम आज से 32% ज़्यादा था और गैस का दाम 26% ज़्यादा था। अतंरराष्ट्रीय बाज़ार में गैस, पेट्रोल-डीज़ल के दाम गिर रहे हैं और हिन्दुस्तान में बढ़ते जा रहे हैं। दूसरी तरफ हमारी संपत्तियों को बेचा जा रहा है।”

    जीडीपी को लेकर सरकार पर हमला बोलते हुए कहा, “जीडीपी के माध्यम से सरकार ने 23 लाख करोड़ रुपये कमाए – सकल घरेलू उत्पाद नहीं बल्कि गैस-डीजल-पेट्रोल। कहां गए ये 23 लाख करोड़ रुपए?”

    उन्होंने कहा, “नरेंद्र मोदी, वित्त मंत्री पैनिक में हैं उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि करना क्या है? हमारे प्रधानमंत्री डर गए हैं, इसे देखकर चीन भी अपनी योजना बना रहा है कि हिन्दुस्तान आर्थिक और नेतृत्व संकट में है तो हम जो निकाल सकते हैं वो निकाल लो।”