अमरावती: आंध्र प्रदेश (Andra Pradesh) में अब तक म्यूकोरमाइकोसिस (ब्लैक फंगस) (Black Fungus) के 32 मामले सामने आ चुके हैं। स्वास्थ्य विभाग (Health Department) ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। विभाग ने एक रिपोर्ट में कहा कि चित्तूर जिले में सबसे अधिक दस, प्रकाशम में छह, गुंटूर में चार, पश्चिम गोदावरी और कडप्पा में तीन-तीन, अनंतपुरम और कुरनूल में दो-दो, श्रीकाकुलम तथा एसपीएस नेल्लोर में एक-एक मामला सामने आया है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि कृष्णा, विशाखापत्तनम, ईस्ट गोदावरी और विजयानगरम जिलों में अब तक कोई मामला सामने नहीं आया। राज्य में 16 मई को दस, 19 मई को तीन और 20 मई को 19 मामले सामने आए। राज्य सरकार ने महामारी रोग अधिनियम, 1897 के तहत म्यूकोरमाइकोसिस को अधिसूचित कर दिया है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय (Central Health Minister) ने शुक्रवार को कहा कि, ब्लैक फंगस (Black Fungus) से उत्पन्न होने वाले रोग म्यूकरमाइकोसिस के उपचार में काम आने वाली दवा (Medicine) ‘एंफोटेरिसिन-बी’ के उत्पादन के लिए पांच और कंपनियों को लाइसेंस दिया गया है तथा वे जुलाई से हर महीने इस दवा की 1,11,000 शीशियों का उत्पादन शुरू करेंगी।
मंत्रालय ने कहा कि फंगस रोधी दवा की घरेलू उपलब्धता के अलावा इस दवा के आयात के प्रयास भी किए जा रहे हैं और मई में ‘एंफोटेरिसिन-बी’ की 3,63,000 शीशियों का आयात किया जाएगा। इसके साथ ही देश में (घरेलू उत्पादन को मिलाकर) दवा की कुल 5,26,752 शीशियां उपलब्ध होंगी। इसने कहा कि जून में दवा की 3,15,000 शीशियों का आयात किया जाएगा और घरेलू उत्पादन को मिलाकर देश में जून में ‘एंफोटेरिसिन-बी’ की उपलब्धता बढ़कर 5,70,114 शीशियों तक पहुंच जाएगी।