Uddhav Thackeray
शिवसेना (UBT) के प्रमुख उद्धव ठाकरे file Photo

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नई दिल्ली: अयोध्या में 5 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों मंदिर का शिलान्यस होने वाला है. जिसकी तैयारी भी जोर शोर से किया जा रहा है. इसी बीच शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे द्वारा दिए एक सुझाव पर विवाद खड़ा होता दिखा रह है. विश्व हिन्दू परिषद ने उद्धव के बयान का विरोध करते हुए इसे उनका मानसिक पतन बताया है.

वीएचपी के अंतराष्ट्रीय अध्यक्ष अलोक कुमार ने ठाकरे पर हमला बोलते हुए कहा, ‘ श्रीराम जन्मभूमि के लिए भूमि पूजन को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कराने का सुझाव उद्धव ठाकरे द्वारा दिए जाने पर मुझे आश्चर्य हुआ. उन्होंने यह सुझाव एक अंधे विरोध के तहत दिया है. उन्होंने कहा,’ यह शिवसेना का कैसा पतन है, जिसे कभी बाला साहब ठाकरे ने प्रखर हिंदुत्व की राजनीति के लिए गढ़ा था.’ 

बता दें कि कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए शिवसेना प्रमुख ने एक सुझाव दिया था. जिसमें उन्होंने कहा था कि मंदिर शिलान्यस कार्यक्रम प्रधानमंत्री को जाने के बजाय वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किया जाना चाहिए जिससे सोशल डिस्टन्सिंग का पालन किया जा सके. 

दिल्ली बैठा कर शिलान्यास संभव नहीं   
वीएचपी प्रमुख ने कहा,’ मंदिर निर्माण में भूमि पूजन के महत्वपूर्ण और पवित्र रस्म है. नीव रखने से पहले धरती माँ की पूजा की जाती है. पुरे विधि विधान से पूजा करने के बाद नीव के लिए खुदाई होती है. जिसे दिल्ली में बैठकर और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से नहीं किया जा सकता।