NARENDRA-MODI

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अहमदाबाद. आज PM मोदी (Narendra Modi) दो दिवसीय गुजरात दौरे के दुसरे दिन में आज स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर हो रहे कार्यक्रम के दौरान पाकिस्तान (Pakistan) के संसद में इमरान के मंत्री के कबूलनामें के बाद अपनी पहली  प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने पुलवामा (Pulwama) हमले का जिक्र करते हुए कहा कि, “वहां जब हमारे देश के जवान शहीद हुए थे उस वक्त भी यह लोग अपनी गंदी राजनीति में लगे हुए थे। ऐसे लोगों को मेरा देश भूल नहीं सकता है।”

क्या-क्या कहा PM मोदी ने:

यही नहीं अपना दर्द बताते हुए PM मोदी ने कहा कि, “मैं उस वक़्त सारे आरोपों को झेलते रहा, भद्दी भद्दी बातें सुनता रहा। मेरे दिल पर गहरा घाव था। लेकिन पिछले दिनों पड़ोसी देश से जिस तरह से खबरें आई है, और जो उन्होंने स्वीकार किया है, इससे अब इन दलों का चेहरा उजागर हो गया है। जिस प्रकार वहां की संसद में यह सत्य स्वीकारा गया है, उसने इन लोगों के असली चेहरे अब देश के सामने आ गए हैं। यह लोग अपने निजी राजनीतिक स्वार्थ के लिए, किस हद तक जा सकते हैं, पुलवामा हमले के बाद की गई इनकी कुत्सित राजनीति, इसका सबसे बड़ा उदाहरण है।” PM मोदी यहीं नहीं रुके और सरदार पटेल की दुहाई देते हुए राजनीतिक दलों से कहा कि, ‘अब मैं इन राजनीतिक दलों से आग्रह करूंगा कि देश की सुरक्षा के हित में और हमारे सुरक्षाबलों के मनोबल के लिए, कृपा करके ऐसी गन्दी राजनीति न करें, ऐसी चीजों से बचें तो अच्छा है। अपने स्वार्थ के लिए, जाने-अनजाने आप देश विरोधी ताकतों की हाथों में खेलकर, न आप अपने देश का हित कर पाएंगे और न ही अपने दल का।” 

इसके बाद उन्होंने फ्रांस में कार्टून विवाद और कुछ देशों की तरफ इशारा करते हुए कहा कि, प्रगति के इन अथक प्रयासों के मध्य, कई ऐसी चुनौतियां भी आ रही हैं, जिसका सामना आज भारत, और पूरा विश्व कर रहा है। बीते कुछ समय से दुनिया के अनेक देशों में जो गंभीर हालात बने हैं और जिस तरह कुछ लोग आतंकवाद के समर्थन में अब खुलकर सामने आ गए हैं, वो आज वैश्विक चिंता का विषय बन गए है।” 

इसके साथ ही PM मोदी ने आह्वान करते हुए कहा कि, ” आज के माहौल में, दुनिया के सभी देशों को, सभी सरकारों को, सभी पंथों को, अब आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने की बहुत ही सख्त जरूरत है। शांति-भाईचारा और परस्पर आदर का भाव ही मानवता की सच्ची पहचान है। आपको बता दूँ की,आतंकवाद-हिंसा से कभी भी, किसी का कल्याण नहीं हो सकता है।” 

क्या हुआ था पाकिस्तान में 

पाकिस्तान की संसद में पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री ख्वाजा मोहम्मद आसिफ ने इस बात का खुलासा किया कि भारत के डर से पिछले साल विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान को पकिस्तान ने छोड़ा था। इस मुद्दे पर पाकिस्तान असेंबली के पूर्व स्पीकर अयाज सादिक का कहना था कि, ‘उस समय पाकिस्तान को यह डर सता रहा था कि कहीं भारत उस पर हमला न बोल दे। भारत के हमले की आशंका से उस समय पाकिस्तान के सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा के पैर भी कांपने लगे थे और चेहरे पसीने से लथपथ था। साफ़ था कि बाजवा को भारत के हमले का बड़ा डर सता रहा था।” सादिक ने यह भी कहा था कि, “विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी भी कांप रहे थे। भारत के विंग कमांडर अभिनंदन को लेकर वो कह रहे थे कि खुदा के वास्ते उसे जाने दिया जाये। पाकिस्तान को इस बात का बड़ा डर था कि अगर इस पायलट अभिनंदन को रात 9 बजे तक रिहा नहीं किया गया तो भारत पाकिस्तान पर जरुर से हमला करेगा।”

Courtsey: Aditya Raj Kaul

इसके साथ ही इमरान खान सरकार में मंत्री फवाद चौधरी ने गुरुवार को संसद में माना कि पुलवामा में CRPF के काफिले पर हुए हमले में पाकिस्तान का ही हाथ था। उन्होंने कहा कि पुलवामा हमला पाकिस्तान की कामयाबी है। फवाद चौधरी ने पुलवामा हमले का श्रेय इमरान खान और उनकी पार्टी PTI को दिया था। उन्होंने कहा कि पुलवामा हमला इमरान खान के लिए एक अच्छी उपलब्धि है। 

क्या हुआ था पुलवामा में:

गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में बीते 14 फरवरी 2019 को CRPF के काफिले पर एक बड़ा आतंकी हमला किया गया था। यह एक आत्मघाती हमलावर ने विस्फोटक से भरी कार CRPF के काफिले से सीधे टकरा दी थी। इस धमाके में हमारे देश के 40 होनहार योद्धा शहीद हुए थे।