नई दिल्ली. रूस (Russia) और यूक्रेन (Ukraine) सेनाओं के बीच भीषण जंग (War) चल रही है। इस समय यूक्रेन के खारकीव (Kharkiv) में ताबड़तोड़ गोलीबारी (Firing) हो रही है। वहीं, रुसी हमले से खेरसौन (Kherson) में भारी बर्बादी हुई है। ऐसे में भारत सरकार ने भारतीयों को यूक्रेन से निकलने का निर्णय लिया है। इस मामले में रक्षा बल के प्रवक्ता विंग कमांडर आशीष मोघे (IAF spokesperson Wg Cdr Ashish Moghe) ने शुक्रवार को कहा कि भारतीय वायु सेना (Indian Air Force) यूक्रेन से भारतीय नागरिकों (Indians) की किसी भी संभावित निकासी के लिए तैयार है। IAF ने परिवहन विमानों के एक बेड़े को स्टैंड पर रखा है।
भारतीय वायु सेना यूक्रेन से भारतीयों को निकालने के लिए तैयार
आशीष मोघे ने कहा, “भारतीय वायु सेना ने यूक्रेन से नागरिकों को निकालने के लिए अपने C-17 और IL-76 परिवहन विमानों के बेड़े को स्टैंड पर रखा है। भारतीय वायु सेना यूक्रेन से हमारे नागरिकों को निकालने के लिए किसी भी आवश्यकता के लिए तैयार है।”
Indian Air Force is geared up for any requirements of the evacuation of our citizens from Ukraine: IAF spokesperson Wg Cdr Ashish Moghe pic.twitter.com/obElIfmATX
— ANI (@ANI) February 25, 2022
बता दें कि अमेरिकी C-17 ग्लोबमास्टर्स और IL-76 परिवहन विमान लगभग 400 यात्रियों के साथ लंबी दूरी की उड़ान भरने में सबसे अधिक सक्षम हैं। विदित हो कि पिछले साल जब तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्ज़ा कर लिया था तब सी-17 परिवहन विमान काबुल से नागरिकों और अधिकारियों को निकालने के लिए महत्वपूर्ण थे।
यूक्रेन में फंसे 16,000 भारतीय
विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने गुरुवार को कहा था कि यूक्रेन में लगभग 20,000 भारतीय थे और उनमें से लगभग 4,000 पिछले कुछ दिनों में भारत लौट आए हैं।
40 भारतीय छात्रों का एक ग्रुप पैदल यूक्रेन-पोलैंड सीमा पर पहुंचा
भारत सरकार यूक्रेन से उसके पड़ोसी देशों के साथ सीमा पार करके भारतीय नागरिकों को निकालने का प्रयास कर रही है और फिर उन्हें भारत वापस लाया जाएगा। इसी बीच ल्वीव में स्थित डेनलो हेलितस्की मेडिकल विश्वविद्यालय (Daynlo Halytsky Medical University, Lviv) के लगभग 40 भारतीय छात्रों का एक ग्रुप निकासी के लिए यूक्रेन-पोलैंड सीमा पर पहुंचा। उन्हें एक कॉलेज बस ने सीमा से लगभग 8 किलोमीटर दूर छोड़ा था।
भारतीय छात्रों का पहला जत्था यूक्रेन-रोमानिया सीमा के लिए रवाना
वहीं, पोलैंड की राजधानी वॉर्सा में स्थित भारतीय दूतावास के मुताबिक सार्वजनिक वाहन से पोलैंड-यूक्रेन सीमा पर पहुंचने वाले भारतीय नागरिकों को शेहिनी-मेड्यका सीमा पार करने के लिए कहा गया है। वहीं भारतीय छात्रों का पहला जत्था चेर्नित्सि से यूक्रेन-रोमानिया सीमा के लिए रवाना हो गया है।
Today afternoon more than 470 students will exit the Ukraine and enter Romania through the Porubne-Siret Border. We are moving Indians located at the border to neighbouring countries for onward evacuation. Efforts are underway to relocate Indians coming from the hinterland. pic.twitter.com/iLFTWHifpm
— India in Ukraine (@IndiainUkraine) February 25, 2022
दोपहर 470 से अधिक छात्र यूक्रेन से बाहर निकलेंगे
यूक्रेन में स्थित भारतीय दूतावास ने कहा कि, “आज दोपहर 470 से अधिक छात्र यूक्रेन से बाहर निकलेंगे और पोरबने-साइरेट सीमा के माध्यम से रोमानिया में प्रवेश करेंगे। हम सीमा पर स्थित भारतीयों को आगे की निकासी के लिए पड़ोसी देशों में ले जा रहे हैं। भीतरी इलाकों से आने वाले भारतीयों को स्थानांतरित करने का प्रयास किया जा रहा है।”