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नई दिल्ली/गुवाहाटी. जहां इस समय असम में बाढ़ (Assam Flood) और बारिश ने अपना कहर मछाया हुआ है. वहीँ आज यानी रविवार 26 जून तक इस बाढ़ से नौ जिलों में चार लाख से अधिक लोग प्रभावित हैं। हालांकि बाढ़ का पानी अब धीरे धीरे कम होने लगा है। 

गृह मंत्री शाह का आश्वासन

इधर मामले की संगीनता को देखते हुए, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा से बात की और उन्हें राज्य में बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए केंद्र से हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया। गृहमंत्री शाह ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार इस कठिन समय में हमेशा असम के लोगों के साथ मजबूती से खड़ी है। 

उन्होंने ट्वीट किया, “भारी बारिश के कारण असम के कुछ हिस्सों में लोग बाढ़ जैसी स्थिति का सामना कर रहे हैं। मैंने मुख्यमंत्री श्री हिमंत विश्व शर्मा जी से बात की है और हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है। 

क्या है असम के हालात 

असम की बात करें तो फिलहाल NDRF की टीम पहले से ही यहां राहत और बचाव अभियान चला रही हैं और पर्याप्त बल तैनाती के लिये तैयार है. इधर असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (ASDMA) के अनुसार इस साल राज्य के विभिन्न हिस्सों में बाढ़ की पहली लहर में अब तक तीन लोगों की जान गई है।

बाढ़ से 4,07,700 लोग प्रभावित

ASDMA की रिपोर्ट के अनुसार, बाढ़ से बक्सा, बारपेटा, दरांग, धुबरी, गोलपारा, कामरूप, लखीमपुर, नलबाड़ी और उदलगुरी जिलों में 4,07,700 से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। इनकी रिपोर्ट के अनुसार  इस समय बाढ़ से बक्सा, बारपेटा, दरांग, धुबरी, गोलपारा, कामरूप, लखीमपुर, नलबाड़ी और उदलगुरी जिलों में 4,07,700 लोग प्रभावित हुए हैं। 

क्या कहती है रिपोर्ट 

इस रिपोर्ट में कहा गया है कि बक्सा, बारपेटा, सोनितपुर, धुबरी, कामरूप, कोकराझार, नलबाड़ी, दक्षिण सलमारा और उदलगुरी में भारी भूमि कटाव देखा गया है। करीमगंज में कुछ स्थानों पर भारी बारिश के कारण भूस्खन की घटनाओं की भी खबर है।  इसके साथ ही दरांग, सोनितपुर, कामरूप, गोलाघाट, नलबाड़ी, बारपेटा, बक्सा, बोंगाईगांव, धुबरी, गोलपारा, करीमगंज, कोकराझार, उदलगुरी और लखीमपुर में बाढ़ के पानी से तटबंध, सड़कें, पुल और अन्य बुनियादी ढांचे क्षतिग्रस्त हो गए हैं। असम प्रशासन इन जिलों में 101 राहत शिविर का संचालन कर रहा है, जहां 81,352 लोगों ने शरण ले रखी है और पांच जिलों में 119 राहत वितरण केंद्र चलाए जा रहे हैं।