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    नई दिल्ली: बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र शास्त्री (Dhirendra Shastri) इस दिनों विवादों में फंसे है। कई लोग उनके विरोध में हैं, तो कई लोग उनका समर्थन कर रहे है। इसी बीच अब इस मामले में राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव (Ram Mandir Trusty) चंपत राय (Champat Rai) ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इसे ईश्वरीय शक्ति बताया। इस दौरान उन्होंने मजारों का भी जिक्र किया और कहा कि आलोचना कोई भी कर सकता है।

    चंपत राय  (Champat Rai) कानपुर में विश्व हिंदू परिषद की बैठक में शामिल हुए थे। इस दौरान उनसे बागेश्वर धाम के आचार्य धीरेंद्र शास्त्री के बारे में सवाल पूछा गया। इन सवालों का जवाब देते हुए चंपत राय ने कहा कि, ‘मैं आमतौर पर इन बातों में नहीं पड़ता। ईश्वरीय शक्तियां जन्म से आती हैं। आप जितनी ऊंचाई पर खड़े होते हैं, उतनी ही दूर तक आप देख सकते हैं। यह ऐसा ही है।’

    उन्होंने आगे कहा, “यदि ईश्वर ने किसी को जन्म से उस तरह की शक्ति दी है कि उसकी आंतरिक क्षमता इतनी ऊंचाई पर पहुंच जाती है कि वह दूसरे लोगों के मन की बात समझ सकता है।” उन्होंने आगे मजारों का जिक्र करते हुई कहा कि “कुछ हिंदू भी मजार जाते हैं। अगर वहां किसी को अपनी शांति मिलती है तो हम उसे रोकने वाले कौन होते हैं।”

    क्या है मामला
    दरअसल, बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र शास्त्री (Dhirendra Shastri) इस महीने नागपुर में ‘श्रीराम चरित्र कथा’ करने गए थे। इस दौरान अंधश्रद्धा उन्मूलन समिति के श्याम मानव ने उन्हें खुला चैलेंज दिया कि वह उनके सामने अपनी सिद्धियां दिखाएं। यदि वह ऐसा करते है तो वह उन्हें 30 लाख रुपये देंगे। लेकिन, धीरेंद्र शास्त्री (Dhirendra Shastri) ने अपनी कथा दो दिन पहले ही समाप्त कर दी और नागपुर से चले गए।

    इसके बाद चर्चा होने लगी कि धीरेंद्र शास्त्रीने डरकर कथा जल्दी समाप्त कर दी। वहीं, समिति ने उनके ऊपर जादू-टोना और अंधविश्वास फैलाने को लेकर शिकायत दी थी, इसलिए धीरेंद्र शास्त्री डर गए।