कोलकाता. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता कैलाश विजयवर्गीय (BJP leader Kailash Vijayvargiya) ने गुरुवार को बीरभूम की घटना (Birbhum Violence) को लेकर ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली पश्चिम बंगाल सरकार (Mamata Banerjee Government) पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि ये हत्याएं तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सरकार के तत्वावधान में हो रही हैं। राज्य में असंतुष्टों के साथ मारपीट की जाती है या उनकी हत्या कर दी जाती है।
लोग आतंक के माहौल में
विजयवर्गीय ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि, “पश्चिम बंगाल अराजकता की स्थिति में है। 2021 में विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं के घरों में आग लगा दी गई थी। ये हत्याएं (बीरभूम हिंसा) सरकार के तत्वावधान में हो रही हैं। लोग आतंक के माहौल में जी रहे हैं।”
State has nexus of criminals, officials & political party instead of democracy. Dissidents against govt are either manhandled or are murdered. Governor is also treated in this manner.If situation aggravates like this, we'll demand President's rule:BJP leader Kailash Vijayvargiya pic.twitter.com/giJ5N9sS0F
— ANI (@ANI) March 24, 2022
सरकार के खिलाफ बोलने वालों की हत्या कर दी जाती है
उन्होंने कहा, “राज्य में लोकतंत्र के बजाय अपराधियों, अधिकारियों और राजनीतिक दलों की गठजोड़ है। पश्चिम बंगाल में लोगों को बोलने की आजादी नहीं है और जो सरकार के खिलाफ बोलता है उसकी हत्या कर दी जाती है। पश्चिम बंगाल में कोई भी कानून व्यवस्था नहीं है। अगर परिस्थितियां ऐसी ही बिगड़ती हैं तो हम राष्ट्रपति शासन की मांग करेंगे।”
#WATCH पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बीरभूम रामपुरहाट के बगतुई गांव में हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों मिली। #Birbhum pic.twitter.com/2CBREoBWIl
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 24, 2022
बगतुई गांव पहुंची मुख्यमंत्री ममता बनर्जी
इससे पहले, आज पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बीरभूम रामपुरहाट के बगतुई गांव में हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों मिली। इस दौरान उन्होंने कड़ा रुख अख्तियार करते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि, “हत्याओं के संदिग्धों को तब तक ढूंढ़ना और गिरफ्तार करना होगा, जब तक कि वे आत्मसमर्पण नहीं कर देते। पुलिस दोषियों के लिए कड़ी से कड़ी सजा सुनिश्चित करेगी।”
मृतकों के परिवार को दिए जाएंगे 5-5 लाख रुपए
उन्होंने कहा, “प्रशासन की तरफ से बड़ी लापरवाही हुई है, TMC नेता की हत्या के बाद पुलिस को अलर्ट होना चाहिए था लेकिन ऐसा नहीं हुआ। जो भी इसके पीछे है उन्हें सख्त सज़ा मिलेगी। मृतक के परिवार को 5 लाख, जिनके घर जले है उन्हें एक लाख रूपए और घर चलाने के लिए 10 लोगों को नौकरी दी जाएगी।”
वहीं, ममता ने घायलों को 50-50 हजार रुपए की सहायता राशि देने की बात कही है। साथ ही उन्होंने पुलिस को पूरे बंगाल में अवैध आग्नेयास्त्रों और बमों के गुप्त जखीरों का पता लगाने का आदेश भी दिया है।
क्या है ममता?
गौरतलब है कि बीरभूम जिले के रामपुरहाट कस्बे के पास बोगतुई गांव में मंगलवार को तड़के कुछ घरों में कथित तौर पर आग लगा देने से दो बच्चों सहित आठ लोगों की झुलसकर मौत हो गई थी। माना जा रहा है कि यह घटना सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के पंचायत अधिकारी की हत्या के प्रतिशोध स्वरूप हुई थी।