नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल के बीरभूम में हुई हिंसा को लेकर राजनीति गरमाती जा रही है। इसी बीच भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने हिंसा की जांच के लिया सांसदों की पांच सदस्यीय टीम का गठन कर दिया है। यह समिति घटना वाले स्थान पर जाएगी और सही तथ्यों की जांच करेगी और जल्द से जल्द अपनी रिपोर्ट भाजपा अध्यक्ष को अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे।
गठन की गई समिति में राज्य सभा सांसद और उत्तर प्रदेश के डीजीपी रहे बृजलाल, मुंबई पुलिस के पूर्व कमिश्नर और बागपत से सांसद सत्यपाल सिंह, पश्चिम बंगाल भाजपा के अध्यक्ष सुकांता मजूमदार, राज्यसभा सांसद केसी राममूर्ति के साथ पूर्व आईपीएस अधिकारी भारती घोष शामिल है।
#Birbhum incident, West Bengal | BJP forms a 5-member fact-finding committee comprising Sukanta Majumdar, Bharati Ghosh, Brajlal, Satyapal Singh, KC Ramamurthy to collect evidence from the affected site and submit a report; demands state govt to give relief to victims pic.twitter.com/mQow1Usm85
— ANI (@ANI) March 22, 2022
गृहमंत्रालय ने राज्य सरकार से मांगी रिपोर्ट
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बीरभूम हिंसा को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली पश्चिम बंगाल सरकार से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। इस हिंसा में 10 लॉगो की मौत हो गई हैं, जिसमें आठ लोग एक ही परिवार के थे।
क्या है पूरा मामला?
तृणमूल कांग्रेस के नेता और उपसरपंच भादू शेख की अज्ञात लोगों ने बम से हमला कर उनकी हत्या आकर दी। यह हमला उस समय हुआ जब किसी दूकान पर खड़े थे। हमले में शेखु गंभीर घायल हो गए थे, जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। शेखु की मौत की खबर क्षेत्र में आग की तरह फैली। अपने नेता की मौत की खबर सुनते ही समर्थक आक्रामक हो गए और गांव के कई घरो में आग लगा दी। हत्यारों ने पहले घरो के बाहर दरवाजे पर कुंडी लगा दी और फिर घरो में आग लगा दी। इस आग के वजह से रात में सोये लोग जिन्दा जल गए। पुलिस ने एक घर से आठ शवों को बाहर निकाला है। इसी के साथ कई लोगों के घायल होने की खबर सामने आई है।