नई दिल्ली/जोशीमठ. उत्तराखंड (Uttrakhand) से मिली बड़ी खबर के अनुसार मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (CM Pushkar Singh Dhami) ने आज जोशीमठ (Joshimath) में प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करने के बाद प्रभावित क्षेत्रों का जायजा भी लिया है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जोशीमठ में प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया और प्रभावित परिवारों से जरुरी मुलाकात भी की।
इस बाबत आज CM धामी ने कहा कि, “पानी के रिसाव से काफी घरों में दरारें आई हैं, हमारा प्रयास यही है कि सभी को सुरक्षित किया जाए, लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने का काम किया जा रहा है। इसके कारणों का पता लगाया जा रहा है। जरूरी चीज़े भी की जा रही हैं।”
गौरतलब है कि, बद्रीनाथ, हेमकुंड साहिब और अंतरराष्ट्रीय स्कीइंग स्थल औली जैसे प्रसिद्ध स्थलों का प्रवेश द्वार जोशीमठ अब आपदा के कगार पर शायद खत्म होने के मुहाने पर खड़ा है। जी हां, आदि गुरु शंकराचार्य की तपोभूमि के रूप में जाना जाने वाला जोशीमठ अब धीरे-धीरे दरक रहा है और इसके घरों, सड़कों तथा खेतों में बड़ी-बड़ी दरारें आ रही हैं। स्थानीय लोगों ने कहा कि कई घर धंस गए हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जोखिम वाले घरों में रह रहे 600 परिवारों को तत्काल अन्यत्र भेजे जाने का आदेश दिया है।
Joshimath land subsidence | Uttarakhand CM Pushkar conducts a ground inspection of the affected areas. He will also meet the affected families. pic.twitter.com/UX6SXt92MM
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 7, 2023
जानकारी हो कि, जोशीमठ रणनीतिक, धार्मिक और पर्यटन महत्व का अंतिम सीमावर्ती शहर है जो भूकंपीय क्षेत्र-5 की श्रेणी में आता है, यानी अगर भूकंप आता है तो क्षेत्र में भारी जनहानि और संपत्ति का नुकसान होगा। वहीं मामले पर स्थानीय लोगों का आरोप है कि NTPC के हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट की वजह से ही यह मुसीबत पैदा हुई है। इसके चलते जोशीमठ में होटल और ऑफिस, सब ढह से रहे हैं. ऐसे में यहां लोगों के पास दो ही विकल्प हैं- या तो अब अपना घर छोड़ दें या फिर अपनी जान खतरे में डालकर इलाके में रहें।
हालांकि इस डेंजर जोन को तत्काल खाली कराने और यहां रह रहे प्रभावित परिवारों के लिए सुरक्षित जगह पर एक बड़ा पुनर्वास केंद्र बनाने का आदेश CM धामी द्वारा पारित किया जा चूका है। वहीं यहां अति खतरनाक मकान में रह रहे 600 परिवारों को तत्काल शिफ्ट करने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही अब जिन लोगों के घर रहने लायक नहीं हैं या क्षतिग्रस्त हो गए हैं, उन परिवारों को किराए के मकान में रहने के लिए प्रतिमाह 4000 रुपए भी दिए जाएंगे।