नई दिल्ली. अब से थोड़ी देर पहले, कांग्रेस के कद्दावर नेता जयराम रमेश (Jairam Ramesh) ने प्रधानमंत्री मोदी (Narendra Modi) पर निशाना साधते हुए कहा है कि, IAC विक्रांत (IAC Vikrant) को कमीशन करने में 20-22 साल लगे हैं। ऐसे में अगर आप इसका इतिहास देखेंगे तो यह 1999 से शुरू होता है और कमीशन आज हुआ है। लेकिन आज के प्रधानमंत्री इसका श्रेय खुद लेंगे और कहेंगे कि मैं जब 2014 में आया उसके बाद इसकी शुरुआत हुई है।
दरअसल आज उन्होंने कहा कि, INS विक्रांत को कमीशन करने में 20-22 साल लगे हैं। अगर आप इसका इतिहास देखेंगे तो यह 1999 से शुरू होता है और कमीशन आज हुआ। लेकिन आज के प्रधानमंत्री इसका श्रेय खुद लेंगे और कहेंगे कि मैं जब 2014 में आया उसके बाद इसकी शुरुआत हुई।
Our PM never recognises continuity in governance. #INSVikrant, commissioned today is a huge achievement but it was started 22 yrs ago – first Vajpayee Govt, then Manmohan Govt & then Modi Govt, there is continuity: Jairam Ramesh, Congress Gen Secy in-charge Communications (1/2) pic.twitter.com/NFTTRyZwfr
— ANI (@ANI) September 2, 2022
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि, “शासन में निरंतरता होती है लेकिन हमारे PM ने कभी उसको स्वीकार नहीं किया। यह (INS विक्रांत) एक बड़ी उपलब्धि है जिसकी शुरूआत 22 साल पहले हुई थी जिसमें वाजपेयी जी की सरकार, मनमोहन जी की सरकार और फिर मोदी जी की सरकार सबको श्रेय मिलना चाहिए।”
गौरतलब है कि, आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को यहां भारत के पहले स्वदेश निर्मित विमानवाहक पोत ‘आईएनएस विक्रांत’ का जलावतरण किया। इसके साथ ही भारत उन चुनिंदा देशों की फेहरिस्त में शामिल हो गया है, जिनके पास ऐसे बड़े युद्धपोतों के निर्माण की घरेलू क्षमताएं हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने यहां कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड (सीएसएल) में स्वदेश निर्मित जहाज को नौसेना के बेड़े में शामिल किया। इस जहाज का नाम नौसेना के एक पूर्व जहाज ‘विक्रांत’ के नाम पर रखा गया है, जिसने 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में अहम भूमिका निभायी थी।