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    नई दिल्ली: बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना चक्रवाती तूफान ‘असानी’ पूर्वी तट के पास पहुंच गया है और इसके मंगलवार को धीरे-धीरे कमजोर पड़ने की संभावना है। हालांकि, चक्रवात के कारण 105 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि चक्रवात सोमवार को 25 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आगे बढ़ रहा था, उसकी रफ्तार अब पांच किलोमीटर प्रति घंटा हो गई है। यह आंध्र प्रदेश के काकीनाडा से करीब 300 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में और ओडिशा के गोपालपुर से 510 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में केंद्रित है।

    मौसम विज्ञान विभाग ने बताया कि मंगलवार रात इसके फिर जोर पकड़ने और उत्तर-उत्तर पूर्व दिशा में तट के समानांतर चलने की उम्मीद है। भुवनेश्वर क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक एच. आर. विश्वास ने कहा, ‘‘ भीषण चक्रवाती तूफान कमजोर पड़ने लगा है। यह अगले 24 घंटों में एक चक्रवाती तूफान में तब्दील हो जाएगा और एक बार फिर जोर पकड़ सकता है।”

    उन्होंने कहा कि आंधी के साथ हवा गति मंगलवार रात तक घटकर 80 से 90 किलोमीटर और बुधवार शाम तक 60 से 70 किलोमीटर प्रति घंटे हो जाएगी। मौसम विज्ञान विभाग ने मछुआरों को बृहस्पतिवार तक गहरे समुद्र में न जाने को लेकर आगाह किया है, क्योंकि ओडिशा के तटीय क्षेत्रों में भारी बारिश होने की संभावना है। 

    ओडिशा के खुर्दा, गंजाम और पुरी में मंलगवार को सुबह भी बारिश हुई थी। मौसम वैज्ञानिकों ने 10 से 12 मई तक तटीय ओडिशा के कुछ हिस्सों में भारी बारिश का पूर्वानुमान लगाया है। विशेष राहत आयुक्त पी. के. जेना ने बताया कि स्थानीय लोगों को आगाह कर दिया गया है कि भारी बारिश और उसके कारण जल-जमाव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। चार तटीय जिलों के 15 ब्लॉक से लोगों को निकालने के लिए भी कहा गया है। 

    गंजाम जिला प्रशासन ने गोपालपुर सहित सभी समुद्र तटों को दो दिनों के लिए बंद कर दिया है ताकि लोग, मछुआरे तथा सैलानी वहां न जा सकें। समुद्र में मंगलवार को काफी हलचल रहने की संभावना है और 12 मई को स्थिति बेहतर होने से पहले बेहद खराब भी हो सकती है। चक्रवात के कारण ओडिशा और पश्चिम बंगाल में सोमवार को भारी से मध्यम बारिश हुई थी।