पूर्व मुख्यमंत्री मनमोहन सिंह के चीन वाले बयान पर विदेश मंत्रालय का जवाब, कहा-  यह पूरा राजनीति से प्रेरित

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    नई दिल्ली: भारतीय विदेश मंत्रालय ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के बयान का जवाब दिया है। गुरुवार को मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने आयोजित प्रेस वार्ता में कहा, “मेरे दृष्टिकोण से, यह स्पष्ट रूप से एक राजनीतिक संदेश है, नीति नहीं… जहां तक ​​चीन का संबंध है, मामले के तथ्य स्पष्ट हैं। मुझे उन्हें दोहराने की जरूरत नहीं है, हम चीन के साथ बातचीत की प्रक्रियाओं और स्थिति कैसे उत्पन्न हुई है, इस पर चर्चा कर रहे हैं।”

    ज्ञात हो कि, दोपहर में पूर्व प्रधानमंत्री सिंह ने भारत चीन बॉर्डर डिस्प्यूट को लेकर मोदी सरकार और केंद्र सरकार पर हमला बोला था। उन्होंने कहा था कि, मोदी सरकार सरकार विदेश नीति पर भी विफल रही है। चीन हमारी सीमा पर बैठा है और उसे दबाने की कोशिश की जा रही है।

    यूक्रेन मुद्दे पर बोलते हुए विदेश मंत्रालय ने कहा, “जब हम कोई एडवाइजरी जारी करते हैं, तो हम उसमें हो रहे घटनाक्रमों के साथ-साथ इस बात का आकलन भी करते हैं कि हम वहां अपने नागरिकों की सहायता कैसे कर सकते हैं। हमारा ध्यान भारतीय नागरिकों, भारतीय छात्रों, भारतीय नागरिकों पर है, न कि इससे बड़ा कुछ।”

    उन्होंने कहा, “तत्काल निकासी की कोई योजना नहीं है, इसलिए कोई विशेष उड़ानें नहीं हैं। हालांकि, एयर बबल व्यवस्था के तहत सीमित संख्या में उड़ानें थीं, उड़ानों और यात्रियों की संख्या पर प्रतिबंध हटा दिया गया था। भारतीय वाहकों को भारत-यूक्रेन के बीच चार्टर्ड उड़ानें संचालित करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।”

    विदेश सचिव अरिंदम बागची ने कहा, “निरंतर राजनयिक बातचीत के माध्यम से तनाव और मुद्दे के समाधान के तत्काल डी-एस्केलेशन का समर्थन। मिन्स्क समझौतों के कार्यान्वयन के लिए नॉरमैंडी प्रारूप के तहत किए जा रहे प्रयासों का स्वागत है। हम स्थिति का राजनयिक और शांतिपूर्ण समाधान देखना चाहते हैं।”