नई दिल्ली: केंद्र सरकार (Central Government) ने मंगलवार को संसद में बताया कि, कोरोना की दूसरी लहर (Corona Second Wave) में ऑक्सीजन (Oxygen) की कमी से किसी की भी मौत नहीं है। सरकार के इस दावे पर कांग्रेस (Congress) हमलावर हो गया है। पार्टी पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने मोदी सरकार (Modi Government) पर हमला बोला है। कांग्रेस नेता ने ट्वीट करते हुए कहा, “सिर्फ़ ऑक्सीजन की ही कमी नहीं थी। संवेदनशीलता व सत्य की भारी कमी- तब भी थी, आज भी है।”
सिर्फ़ ऑक्सीजन की ही कमी नहीं थी।
संवेदनशीलता व सत्य की भारी कमी-
तब भी थी, आज भी है। pic.twitter.com/DPhjih2jbX— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 20, 2021
सरकार न सुनती है न ही देखती है
राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, “हम सभी जानते हैं कि ऑक्सीजन की कमी के कारण कई अस्पतालों ने मरीजों को भर्ती करने से इनकार कर दिया और कई (कोविड रोगियों) की मृत्यु हो गई। अगर वे ऐसा कहते हैं तो यह पहली सरकार है जो न सुनती है और न ही देखती है। लोगों को उन्हें सबक सिखाना चाहिए।”
मंत्री के खिलाफ लाएंगे विशेषाधिकार प्रस्ताव
वहीं कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा, “सरकार ने आज जवाब दिया है कि देश में ऑक्सीजन की कमी से किसी की मौत नहीं हुई है। हर राज्य में हमने देखा कि ऑक्सीजन की कमी से कितने मरीजों की मौत हुई. हम लोग जान। मंत्री ने सदन को गुमराह किया। हम उस मंत्री के खिलाफ विशेषाधिकार प्रस्ताव लाएंगे।”
उन्होंने कहा, “इसी तरीके से भारत सरकार COVID नियंत्रण कर रही है। यह एक स्पष्ट उत्तर है क्योंकि आज पीएम एक प्रस्तुति दे रहे हैं, मुझे नहीं पता कि उस प्रस्तुति में इस प्रकार के उत्तर दिए जाएंगे या नहीं। यह पूरी तरह से निंदनीय है।”
केंद्र सरकार ने जो कहा वह सही
वहीं इस पर छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव केंद्र सरकार का समर्थन करते हुए कहा, “यह सच है कि छत्तीसगढ़ में ऑक्सीजन की कमी से किसी मरीज की मौत नहीं हुई. हम एक ऑक्सीजन-अधिशेष राज्य रहे हैं। प्रबंधन को लेकर कुछ दिक्कत हो सकती थी, नहीं तो ऑक्सीजन की कमी से मौत नहीं होती।”
उन्होंने कहा, “हमने दिल्ली और अन्य राज्यों के कुछ अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी के बारे में सुना, लेकिन यह वहां की सरकारों पर निर्भर है कि वे इसकी रिपोर्ट कैसे करें।”
केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए सिंह देव ने कहा, “कम से कम उन्होंने (केंद्र सरकार) स्वीकार किया कि स्वास्थ्य राज्य का विषय है। अन्यथा, ऐसा प्रतीत होता था कि वे सब कुछ अपने नियंत्रण में ले रहे हैं। वे सभी सामानों का श्रेय लेते हैं और हर चीज के लिए राज्यों को दोष देते हैं जो खराब है।”
गौरतलब है कि, एक प्रश्न के उत्तर में जवाब देते हुए स्वास्थ्य राज्यमंत्री भारती प्रवीण पवार ने कहा, “कोविड-19 महामारी (Covid-19 Pandemic) की दूसरी लहर (Second Wave) के दौरान किसी भी राज्य या केंद्र शासित प्रदेश से ऑक्सीजन (Oxygen) के अभाव में किसी भी मरीज की मौत की खबर नहीं मिली है। उन्होंने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी।
उन्होंने यह भी बताया ‘‘बहरहाल, कोविड महामारी की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की मांग अप्रत्याशित रूप से बढ़ गई थी। महामारी की पहली लहर के दौरान, इस जीवन रक्षक गैस की मांग 3095 मीट्रिक टन थी जो दूसरी लहर के दौरान बढ़ कर करीब 9000 मीट्रिक टन हो गई।