Himachal Political Crisis
हिमाचल के सीएम सुक्खू ने दिया इस्तीफा (फोटो-सोशल मीडिया)

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 शिमला: हिमाचल प्रदेश (Himachal Political Crisis) से लगातार आ रही खबरों में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू (CM Sukhvinder Singh Sukhu) का ताजा बयान सामने आया है उन्होंने इस्तीफा नहीं देने की बात कही है। पहले सीएम सुक्खू के इस्तीफे की पेशकश करने की खबर सामने आई थी।

इस्तीफे की खबर पर क्या बोले सुक्खू

मीडिया से बात करते हुए सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि मैं ये स्पष्ट करना चाहता हूं कि मैंने इस्तीफा नहीं दिया है. उन्होंने कहा, बजट के दौरान हम अपना बहुमत साबित करेंगे. हिमाचल में कांग्रेस पार्टी की सरकार पांच साल तक चलेगी. इसके साथ ही सुक्खू ने दावा किया है कि बीजेपी के कई विधायक उनके संपर्क में हैं। 

सूत्रों से मिली थी ये खबर

सूत्रों की माने तो मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आलाकमान को यह संदेश भेज दिया है कि अगर उनके कुर्सी छोड़ने से पार्टी टूटने से बच जाती है या कांग्रेस पार्टी की सरकार बचती है, तो वह इस्तीफा देने को तैयार हैं।

सुक्खू सरकार पर मंडराने लगे थे बादल

आपको बता दें कि राज्यसभा के चुनाव में क्रॉस वोटिंग के बाद से सुखविंदर सिंह सुक्खू की सरकार के ऊपर संकट के बदले मंडराने लगे थे। माना जा रहा था कि वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह और उनके खेमे के विधायक बजट सत्र के दौरान कोई बड़ा निर्णय लेंगे और उसी के अनुरूप आज जब बागी विधायक विधानसभा सत्र में लौटे तो उन्होंने भारतीय जनता पार्टी का साथ देने की बात कही।

मंत्री विक्रमादित्य ने दिया था इस्तीफा

 इतना ही नहीं कुछ देर बाद ही वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह ने मंत्रिमंडल से अपना इस्तीफा दे दिया। वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह ने इस्तीफा देने की बात करते हुए मीडिया के सामने भावुक होकर अपने पिता के अपमान की बात कही। उन्होंने कहा कि जिसके नाम पर सरकार बनी, उसे इस सरकार ने उपेक्षित किया है। उनके पिता की मूर्ति लगवाने के लिए सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली सरकार दो गज जमीन भी नहीं दी। ऐसे में उनका सरकार में बने रहना ठीक नहीं है।