
नई दिल्ली : जब भी हम कोई सामान खरीदने बाजार जाते हैं। उस समय सामान खरीदने के लिए हमें जिस चीज की सबसे ज्यादा जरुरत पड़ती है वो है नोट यानी पैसे। भारत में ये नोट 10, 20, 50, 100, 200, 500 और 2000 के होते हैं। जिसे प्रिंटिंग का काम रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (Reserve Bank of India) करता है, लेकिन क्या आपको ये पता है कि इन नोटो को प्रिंट करने में कितना खर्चा (Note Printing Cost) आता है? अगर नहीं तो आज हम आपको बताते हैं।
जैसा की आप जानते हैं कि साल 2016 प्रधानमंत्री (PM) ने नोटबंदी घोषित किया था और उसके बाद बैंक ने नोटबंदी के समय 500 रुपये और 1000 रुपये के नोटों को बंद कर दिया गया था। फिर 500 के पुराने नोट की जगह नए नोट प्रिंट हुए, लेकिन 1000 के नोट को बंद कर इसकी जगह 2000 के नोट चलाए गए। तो चलिए हम आपको बताते हैं 10 रुपये के नोट से लेकर 2000 रुपये के नोट को प्रिंट करने में कितना खर्चा आता है।
आपको बता दें कि मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया को वित्त वर्ष 2021-22 (FY22) में नोट प्रिंटिंग के लिए दिए खर्च इस प्रकार हैं।
नोट प्रिंटिंग खर्च
- 10 रुपए के हजार नोट की छपाई के लिए 960 रुपए का खर्च।
- 20 रुपए के एक हजार नोट छपाई के लिए 950 रुपए का खर्च।
- 50 रुपये के एक हजार नोट छपाई के लिए 1,130 रुपये का खर्च।
- 100 रुपये के एक हजार नोट छापने की लागत 1,770 रुपये।
- 200 रुपये के एक हजार नोट की छपाई के लिए 2,370 रुपये का खर्च।
- 500 रुपये के एक हजार नोट छापने में 2,290 रुपये का खर्च।
अगर आप सभी नोटों के प्रिंटिंग की कीमत पर गौर करें तो आरबीआई को 20 रुपये के नोट से ज्यादा 10 रुपये के नोट और 500 रुपये से ज्यादा 200 रुपये के नोटों की छपाई महंगी पड़ी। हालांकि, अगर हम बात करें 2000 रुपये के नोटों की छपाई की तो इसके आंकड़े 2018-19 के बाद से उपलब्ध नहीं हैं।