SURYAKIRAN

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नई दिल्ली. जल्द ही जम्मूकश्मीर की सरजमीं पर देश का शक्ति प्रदर्शन होगा। जी हां, जम्मू एयरफोर्स स्टेशन (Jammu Airforce Station) में पहली बार भारतीय वायुसेना (IAF) अपना एयर शो करने वाला है। गौरतलब है कि, यह शो आगामी 22 सितंबर को सुबह 9 बजे से 11 बजे तक चलेगा। वहीं जम्मू-कश्मीर के भारत में विलय के 76 साल के पूरे होने और जम्मू वायु सेना स्टेशन की डायमंड जुबली पर इस शानदार शो का आयोजन किया जा रहा है।

यह भी बता दें कि इस बेहतरीन एयर शो में सूर्य किरण एरोबेटिक टीम हॉक एमके 132 विमान से देश की ताकत दिखाएगी। इसके अलावा, MI-17 हेलीकॉप्टरों के डिस्पले के साथ एयर वॉरियर ड्रिल टीम, आकाशगंगा डेयरडेविल स्काई डाइविंग टीम भी आसमान में अपने करतब दिखाएंगी।

इस ख़ास शो में इंडियन एयर फ़ोर्स के एयर वारियर सिम्फनी ऑर्केस्ट्रा का भी प्रदर्शन होगा। हालांकि वहां तैनात सुखोई फाइटर जेट इसमें हिस्सा नहीं ले रहा है। इस शो को जम्मू-कश्मीर की आम लोग भी देख सकेंगे। इस बाबत बीते 20 सितंबर को IAF के चुस्त जवानों ने इस शो को लेकर एक बढ़िया रिहर्सल भी की।

शो में यह होगा खास 
शो के बारे में सूर्यकिरण एरोबैटिक टीम के विंग कमांडर सिधेश कार्तिक ने जानकारी दी कि, यह 25 मिनट का शो है। जिसे 2 भागों में परफॉर्म किया जाएगा। पहले भाग में 9 विमानों द्वारा अलग-अलग फॉर्मेशन बनाए जाएंगे और अलग-अलग वॉरफेयर होगा। यह पूरा पहला हिस्सा फ्लाइट्स की सटीकता को दिखायेगा।

वहीं इस बाद दूसरे भाग में एरोबैटिक टीम खुद को अलग छोटी यूनिट्स में बांटकर और ज्यादा रोमांचक स्टंट करते हुए जमीन के करीब आएगी। इन स्टंट्स से यह दिखाया जाएगा कि एक आधुनिक लड़ाकू विमान आखिर क्या-क्या कर सकते हैं।

बीते हफ्ते जयपुर में हुआ था एयर शो 
गौरतलब है कि,इससे पहले बीते 15 सितंबर को राजस्थान के जयपुर में जलमहल के ऊपर IAF के 9 हॉक विमानों ने हैरतअंगेज करतब दिखाए थे। वहीं करीब 1 घंटे तक सूर्य किरण एरोबेटिक टीम ने एयर शो किया था। इसमें तीन पायलट ख़ास तौर से जयपुर के थे। वहीं सभी विमानों ने जयपुर एयरपोर्ट से इस शो के लिए उड़ान भरी थी। जिसका सभी ने लुत्फ़ उठाया था।

जानें सूर्यकिरण टीम के बारे में
जानकारी दें कि, साल 1996 में सूर्य किरण का गठन हुआ था। सूर्य किरण दरअसल भारतीय वायुसेना की 52वें स्कवाड्रन का हिस्सा है। ये टीम इंडियन एयरफोर्स की एयरोबैटिक्स प्रदर्शन टीम भी मानी जाती है।

इस ख़ास टीम में 13 पायलट हैं। हालांकि इसमें से केवल 9 एक साथ उड़ान भरते हैं। जिसके लिए केवल फाइटर पाने उड़ाने वाले पायलटों को इसके लिए चुना जाता है। इन पायलटों के पास किरण एयरक्राफ्ट चलाने का 1,000 घंटे और लगभग 2,000 घंटे की लड़ाकू उड़ान का कुशल और मूल्यवान अनुभव होता है।

वहीं इन बेहतरीन और जांबाज पायलटों के अलावा टीम में एक फ्लाइट कमांडर, एक प्रशासक और क्वालिफाइड फ्लाइंग इंस्ट्रक्टर भी मौजूद होते हैं। सूर्यकिरण टीम अब तक देश के कई हिस्सों में एयर शो के जरिए हवा में अपने बेहतरीन करतबों का प्रदर्शन कर चुकी है।