मुंबई: देश में खुदरा महंगाई (Inflation) आठ साल के सर्वोच्च स्तर पर पहुंचने के मुद्दे पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने शुक्रवार को केंद्र की सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधा और ‘‘अच्छे दिन” लाने के उसके चुनावी वादे की याद दिलाते हुए कहा कि लोगों को अब इस नारे को ‘‘पूरी तरह भूल जाना” चाहिए क्योंकि वह एक ‘‘जुमला” साबित हुआ है।
गौरतलब है कि अप्रैल में खुदरा मुद्रास्फीति आठ साल के सबसे उच्च स्तर 7.79 प्रतिशत पर पहुंच गई । भाजपा पर करारा हमला करते हुए राकांपा प्रवक्ता क्लाईड क्रास्टो ने व्यंग्यात्मक लहजे में कहा कि अब देखने वाली बात यह है कि इसके लिए किसे दोषी ठहराया जाता है और इस ‘‘विफलता” को छिपाने के लिए कौन सा नया मुद्दा खड़ा किया जाता है। मालूम हो कि भाजपा ने 2014 के लोकसभा चुनाव में अपने प्रचार अभियान के दौरान ‘‘अच्छे दिन” का नारा दिया था।
क्रास्टो ने ट्वीट किया, ‘‘भारत की खुदरा मुद्रास्फीति दर अप्रैल में आठ साल के उच्चतम स्तर 7.79 प्रतिशत पर पहुंच गई, जो कि आरबीआई (भारतीय रिजर्व बैंक) द्वारा लक्षित दर चार प्रतिशत से लगभग दोगुना है। अच्छे दिन, विकास इन शब्दों को अब पूरी तरह भूल जाना चाहिए। अब देखने वाली बात यह है कि इसके लिए किसे दोषी ठहराया जाएगा और इस विफलता को छिपाने के लिए कौन सा नया मुद्दा खड़ा किया जाएगा।” बाद में पीटीआई-भाषा से बातचीत में उन्होंने कहा कि ‘‘अच्छे दिन” लाने का भाजपा का वादा ‘‘जुमला” साबित हुआ।
India’s #RetailInflation rises to 8 year high of 7.79% in April almost twice the rate targeted by #RBI which is 4%.#AchheDin, #Vikas, these words need to archived and forgotten.
Now to wait and watch who will be blamed and what will be the new diversion to hide this failure.— Clyde Crasto – क्लाईड क्रास्टो (@Clyde_Crasto) May 13, 2022
गौरतलब है कि खुदरा मुद्रास्फीति अप्रैल में सालाना आधार पर बढ़कर 7.79 प्रतिशत हो गई, जो आठ साल का सबसे ऊंचा स्तर है। खाद्य पदार्थों की कीमतों में भारी वृद्धि के चलते खुदरा मुद्रास्फीति बढ़ी है और यह लगातार चौथे महीने रिजर्व बैंक के लक्ष्य की ऊपरी सीमा से अधिक रही है।
उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) पर आधारित महंगाई इस साल मार्च में 6.95 प्रतिशत और अप्रैल, 2021 में 4.23 प्रतिशत थी। खाद्य मुद्रास्फीति अप्रैल में बढ़कर 8.38 प्रतिशत हो गई, जो इससे पिछले महीने में 7.68 प्रतिशत और एक साल पहले इसी महीने में 1.96 प्रतिशत थी। (एजेंसी)