CYCLONE
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नई दिल्ली: चक्रवाती तूफान बिपरजॉय (Cyclone Biparjoy) धीरे धीरे बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान में तब्दील होता जा रहा है। अरब सागर में ऊंची ऊंची लहरें उठ रही है। बिपरजॉय के चलते महाराष्ट्र के कोंकण समुद्री किनारे के इलाके में भी समुद्र में ऊंची-ऊंची लहरें उठ रही हैं। मौसम विभाग ने लोगों से समुद्र किनारों से अगले 3 दिनों तक दूर रहने को कहा है। 

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने पूर्व-मध्य और उससे सटे पूर्वोत्तर अरब सागर के ऊपर चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के मद्देनजर गुजरात में सौराष्ट्र और कच्छ तटों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने चक्रवात बिपरजॉय पर बोलते हुए कहा, “हमने 14 जून के लिए ऑरेंज अलर्ट और सभी जिलों के लिए 15 जून के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। 15 जून से हम इसमें लैंडफॉल देखेंगे और जिसके बाद यह उत्तर-पूर्वोत्तर (एनएनई) दिशा की ओर बढ़ेगा। हम लोगों से सुरक्षित स्थानों पर रहने की अपील करते हैं।”

सौराष्ट्र, कच्छ में 14-15 जून को होगी भारी बारिश 

आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि चक्रवात बिपरजोय धीरे-धीरे 5 किमी प्रति घंटे की गति से उत्तर दिशा में आगे बढ़ रहा है और 14 जून के बाद दिशा बदलेगा। 15 जून की दोपहर 125-135 किमी/घंटा की रफ्तार से चलने वाला एक बहुत ही गंभीर चक्रवाती तूफान सौराष्ट्र, कच्छ और पाकिस्तान तट से टकराने की संभावना है। सौराष्ट्र, कच्छ में 14-15 जून को भारी बारिश होगी। 

कच्छ जिले के तटीय इलाकों में धारा 144 लागू 

इससे पहले इस तूफान के चलते प्रशासन ने कच्छ जिले के तटीय इलाकों में धारा 144 लागू की गई है। वहीं, स्थानीय प्रशासन सौराष्ट्र-कच्छ क्षेत्रों में समुद्र के करीब रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रहा है। मौसम विभाग ने बिपरजॉय तूफान से प्रभावित क्षेत्रों में मछली पकड़ने संबंधी गतिविधियों को पूरी तरह से रोकने की सलाह दी है और मछुआरों को 15 जून तक मध्य अरब सागर और सोमवार को उत्तर अरब सागर में नहीं जाने का निर्देश दिया है।