नई दिल्ली: समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के संस्थापक मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) को मरणोपरांत (Posthumously) पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया है। उनके बेटे और सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने पुरस्कार ग्रहण किया। मुलायम सिंह यादव का लंबी बीमारी के बाद पिछले साल अक्टूबर में निधन हो गया था।
वहीं, 1971 के बांग्लादेश युद्ध शरणार्थी शिविरों में सेवा करने के लिए अमेरिका से लौटे महालनाबिस को मरणोपरांत सम्मान दिया गया। उन्हें ‘ओरल रिहाइड्रेशन सॉल्यूशन’ (ओआरएस) पर किए गए कार्य के लिए वैश्विक स्तर पर पहचान मिली थी। महालनाबिस का पुरस्कार उनके भतीजे ने प्राप्त किया।
#WATCH | Late Samajwadi Party patron Mulayam Singh Yadav conferred the Padma Vibhushan (posthumously) by President Droupadi Murmu.
His son & SP chief Akhilesh Yadav receives the award. pic.twitter.com/VOdb8XzUNo
— ANI (@ANI) April 5, 2023
सुधा मूर्ति समेत इन्हें भी मिला पद्म पुरस्कार
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव को मरणोपरांत सम्मान दिया गया। वह भारत के रक्षा मंत्री और लंबे समय तक सांसद भी रहे थे। 2023 में मुलायम सिंह यादव, कर्नाटक के पूर्व सीएम एसएम कृष्णा, मणिपुर में बीजेपी के अध्यक्ष थौनाओजम चौबा सिंह और त्रिपुरा के दिवंगत नेता नरेंद्र चंद्र देबबर्मा के अलावा लेखक सुधा मूर्ति, भौतिक विज्ञानी दीपक धर को पद्म भूषण दिया गया। जबकि मशहूर चिकित्सक दिलीप महालनाबिस को मरणोपरांत पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया है।
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रवीना टंडन को पद्मश्री
फिल्म ‘आरआरआर’ के गीत ‘नाटू नाटू’ के लिए भारत का पहला ऑस्कर जीतने वाले संगीत निर्देशक एम.एम. कीरावानी और बॉलीवुड अभिनेत्री रवीना टंडन को पद्मश्री दिया गया। समारोह में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा और कई केंद्रीय मंत्रियों समेत अन्य अतिथि उपस्थित थे। पद्म विभूषण देश के सर्वोच्च सम्मानों में से एक है। इस साल कुल 106 लोगों को पद्म पुरस्कार से सम्मानित किया गया है जिनमें 6 पद्म विभूषण, 9 पद्म भूषण और 91 पद्म श्री सम्मान शामिल हैं।