नयी दिल्ली. एनएचआरसी ने दिल्ली सरकार द्वारा संचालित एलएनजेपी अस्पताल को कोविड-प्रबंधन को बेहतर बनाने के लिए कोविड-19 ड्यूटी कर रहे मेडिकल और पैरामेडिकल कर्मचारियों को मनोवैज्ञानिक परामर्श देने के साथ-साथ रोगियों को परोसे जाने वाले भोजन की गुणवत्ता पर निगरानी रखने सहित विभिन्न सुझाव दिए हैं। एनएचआरसी ने ट्वीट किया कि ये सिफारिशें दिल्ली सरकार को राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) द्वारा भेजी गई रिपोर्ट में की गई हैं। यह रिपोर्ट कोविड-19 प्रबंधन में कमियों के आरोपों के मद्देनजर आयोग की सदस्य ज्योतिका कालरा के नेतृत्व में आयोग की टीम द्वारा 11 जून को अस्पताल के दौरे के आधार पर बनाई गई है। एलएनजेपी अस्पताल दिल्ली सरकार के अंतर्गत कोविड-19 समर्पित केन्द्र है।
एनएचआरसी ने सिफारिश की है कि रोगियों को उपलब्ध कराए जाने वाले भोजन की गुणवत्ता पर आहार विशेषज्ञ द्वारा निगरानी की जानी चाहिए और रोगियों को मोबाइल फोन के माध्यम से अपने परिवार के संपर्क में रहने की अनुमति दी जानी चाहिए। एनएचआरसी ने कहा, ‘‘ऑक्सीजन की सुविधा वाले एंबुलेंस की सूची को दिल्ली सरकार की वेबसाइट पर डाला जाए और इसके शुल्क पर निगरानी रखी जाए। मानवाधिकार पैनल ने ट्वीट किया कि एनएचआरसी ने दिल्ली सरकार के एलएनजेपी अस्पताल में ड्यूटी कर रहे मेडिकल और पैरामेडिकल कर्मचारियों को मनोवैज्ञानिक परामर्श प्रदान करने का सुझाव दिया है। इसके अलावा, एनएचआरसी ने यह भी सिफारिश की है कि झुग्गी-बस्तियों, पुनर्वास कालोनियों में रहने वाले मरीजों और ऐसे लोगों के लिए जिनके पास अकेले इस्तेमाल के लिए शौचालय और पृथक-वास के लिए कमरे नहीं हैं, उनके लिए कोविड स्वास्थ्य केंद्र स्थापित किए जाने चाहिए। समिति ने यह भी सुझाव दिया कि स्वास्थ्यकर्मियों की संख्या में विस्तार के तहत व्यवस्थित तौर पर एमबीबीएस के अंतिम वर्ष के छात्रों की सेवाएं भी ली जा सकती हैं।