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नई दिल्ली. राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। NIA ने देश में आतंक फैलाने के मकसद से युवाओं को आतंकी समूह में भर्ती करने और कट्टरपंथी बनाने वाले अल-कायदा इन इंडियन सबकॉन्टिनेंट (एक्यूआईएस) और तहरीक-ए-तालिबान का भंडाफोड़ किया है।

इन चार राज्यों में NIA की छापेमारी

NIA ने गुरुवार (31 अगस्त) को महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक और तमिलनाडु में छापेमारी की। NIA ने महाराष्ट्र में तीन स्थानों और अन्य तीन राज्यों में एक-एक स्थान पर तलाशी के दौरान कई आपत्तिजनक डिजिटल उपकरण बरामद किए।

उपकरणों की जांच जारी

NIA इस साजिश में शामिल लोगों का पता लगाने और दोनों आतंकी संगठनों की गैरकानूनी, कट्टरपंथी योजनाओं और अभियानों के माध्यम से देश को अस्थिर करने के उनके प्रयासों को विफल करने के लिए उपकरणों की जांच कर रही है।

छापेमारी अप्रैल में दर्ज मामले में NIA की जांच का हिस्सा

गौरतलब है कि ये छापेमारी इन प्रतिबंधित संगठनों द्वारा पहले भर्ती किए गए दो आरोपियों के खिलाफ अप्रैल 2023 में दर्ज मामले में NIA की जांच का हिस्सा थी। दोनों अफगानिस्तान में जमीन खरीदने के लिए विदेशों में धन के हस्तांतरण सहित विघटनकारी आतंक से जुड़ी गतिविधियों की एक श्रृंखला में शामिल थे।

क्या है दोनों संगठनों का उद्देश्य?

NIA की जांच से पता चला है कि दोनों कमजोर और अतिसंवेदनशील युवाओं को कट्टरपंथी बनाने और भारत में सक्रिय अपने आतंकी मोर्चों की गतिविधियों को आगे बढ़ाने के लिए दोनों संगठनों में उनकी भर्ती में भी शामिल थे। पूरी साजिश का उद्देश्य भारत में आतंक फैलाना और इसकी शांति और सांप्रदायिक सद्भाव को बाधित करना था।