फ़ाइल फोटो
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दिल्ली: केंद्र सरकार के अधीन काम करने वाली नेशनल टोबेको क्विटलाइन सर्विसेज (NTQLS) द्वारा कराए गए सर्वेक्षण के मुताबिक देश में सबसे अधिक तंबाकू छोड़ने वाले उत्तर प्रदेश के हैं। सर्वेक्षण के नतीजों को ‘विश्व तंबाकू निषेध दिवस’ के उपलक्ष्य में 31 मई को वल्लभभाई पटेल चेस्ट इंस्टीट्यूट (VPCI) ने जारी किया। वीपीसीआई का अध्ययन एनटीक्यूएलएस के आंकड़ों पर अधारित है जिसमें खुलासा हुआ कि 30 अप्रैल 2016 से 30 मई 2023 तक 71,39,473 इंटरएक्टिव वॉयस रिस्पांस(आईवीआर) कॉल आए। 

 सबसे अधिक 1,23,508 उत्तर प्रदेश के

इस केंद्र द्वारा प्राप्त कुल आईवीआर कॉल में 20,43,227 कॉल में परामर्श दिया गया जिनमें 9,96,302 इनबाउंड कॉल (ग्राहक द्वारा केंद्र को किया गया कॉल) और 26,80,657 आउट बाउंड कॉल (केंद्र से ग्राहक को किया गया कॉल) थे और 3,91,160 कॉल सेंटर द्वारा पंजीकृत किए गए। सर्वेक्षण में अधिकतर कॉल करने वाले उत्तर प्रदेश से थे। सर्वेक्षण के मुताबिक 1,56,644(कॉलसेंटर में पंजीकृत लोगों का 40% ) लोगों ने तंबाकू का सेवन सफलतापूर्वक छोड़ दिया। इनमें से सबसे अधिक 1,23,508 उत्तर प्रदेश के थे। वीपीसीआई के निदेशक डॉ.राजकुमार ने कहा कि मैं दो उद्देश्यों के साथ काम करना चाहूंगा। पहला, जिन्होंने तंबाकू का सेवन शुरू नहीं किया है, वे इसे शुरू नहीं करें। दूसरा जिन्होंने यह गलती कर दी है उन्हें यह छोड़ना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर आपको तंबाकू छोड़ने के लिए कोई मदद चाहिए तो हम मदद को तैयार हैं। 

5% ट्रांसजेंडर ने तंबाकू छोड़ने में मदद के लिए किया कॉल 

एनटीक्यूएलएस पहले ही सही सूचना और तंबाकू छोड़ने संबंधी उचित परामर्श देकर मदद करने के लिए तैयार है। सर्वेक्षण के आंकड़ों में सकेंत मिला है कि 98% कॉल करने वाले पुरुष हैं जबकि पांच प्रतिशत ट्रांसजेंडर ने तंबाकू छोड़ने में मदद के लिए कॉल किया। वहीं महिलाओं की संख्या सबसे कम दो प्रतिशत रही। अध्ययन के मुताबिक सर्वेक्षण में शामिल सबसे अधिक तंबाकू ग्राहकों (1,74,097) ने 10वीं तक की पढ़ाई की है।