Priyanka Gandhi can contest elections from Rae Bareli, Uttar Pradesh
कांग्रेस लीडर प्रियंका गांधी वाड्रा

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रायबरेली: लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2024) के पहले चरण के चुनाव में महज 10 दिन शेष है। ऐसे में देश भर की नजर जिन दो सीटों पर वो है यूपी की अमेठी (Amethi) और रायबरेली (Rae Bareli) की सीट। ये दोनों सीट कांग्रेस का गढ़ माना जाता है। इस बार कांग्रेस अभी तक इन दोनों सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नाम का एलान नहीं किया है।

हालांकि रायबरेली से प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) के नाम का मुहर जल्द ही लग सकता है। इसका संकेत भी मिल रहा है। बता दें कि रायबरेली सीट कांग्रेस के लिए इस चुनाव में बहुत महत्वपूर्ण है।

कांग्रेस के लिए दाेनों सीट महत्वपूर्ण

पिछले लोकसभा चुनाव में अमेठी से राहुल गांधी को बीजेपी प्रत्याशी स्मृति ईरानी ने करारी मात दी थी। तो इस बार अमेठी से अभी राहुल गांधी के रूप में उम्मीदवार के नाम का एलान नहीं हो पाया है। वहीं इस बार के आम चुनाव में सोनिया गांधी ने चुनाव लड़ने से साफ मना कर दिया। इसके बाद उन्होंने राज्यसभा के सांसद के तौर शपथ ग्रहण किया तब से रायबरेली सीट पर सबकी नजर अटकी हुई है कि सोनिया गांधी के बाद रायबरेली में कौन?

हालांकि कयास पहले से ही लगाया जा रहा था कि रायबरेली में सोनिया के बाद प्रियंका तो नहीं। फिलहाल रायबरेली से अब प्रियंका गांधी ही कांग्रेस की उम्मीदवार के रूप में चुनावी मैदान में उतरेंगी ये संकेत मिल गए हैं। बस औपचारिकता बाकी है।

शनिवार को मिला संकेत

रायबरेली के रण में प्रियंका के उतरने के संकेत शनिवार को जिला कार्यकारिणी को मिले हैं। बताया जा रहा है कि इसके बाद से शांत बैठे कार्यकर्ता रविवार को उत्साहित नजर आए। प्रियंका को यहां से चुनाव लड़ाने के लिए जिला कमेटी के पदाधिकारी फरवरी में दस जनपथ पहुंच कर गुहार लगा चुके हैं। सपा के साथ गठबंधन के कारण कांग्रेस के हिस्से में 17 सीटें आईं हैं।

रायबरेली की सियासी समझ है प्रियंका को

माना जाता है कि रायबरेली की सियासी समझ प्रियंका को खूब है। साल 2009 में जब बसपा ने आरपी कुशवाहा को चुनाव में उतारा तो प्रियंका ने एससी बहुल क्षेत्रों में ताबड़तोड़ प्रचार किया और घर-घर जाकर कांग्रेस के लिए वोट मांगे। नतीजा यह रहा कि कांग्रेस प्रत्याशी सोनिया गांधी को जीत मिली।

यही नहीं 2016 के जिला पंचायत चुनाव में प्रियंका गांधी की रणनीति का नतीजा रहा कि कांग्रेस ने जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर कब्जा किया। साल 2017 के विधानसभा चुनाव में भी प्रियंका गांधी ने सदर और हरचंदपुर में सभा की। कांग्रेस ने सदर और हरचंदपुर में जीत भी दर्ज की।