नई दिल्ली: राजस्थान के शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटसरा (Govind Singh Dotasara) के तीन रिश्तेदारों के राजस्थान प्रशासनिक सेवा में सिलेक्शन के बाद विवाद शुरू हो गया है। बीजेपी इस मामले पर पूरी तरह आक्रामक हो गई है। भाजपा नेता सुरेंद्र सिंह शेखावत ने शिक्षा मंत्री पर परीक्षा में हेर-फेर का आरोप लगाया है। साथ ही उन्होंने डोटसरा से इस्तीफा देने की मांग की है। इन आरोपों पर अब गोविंद सिंह डोटसरा ने भी सफाई दी है।
ज्ञात हो कि गोविंद सिंह डोटसरा ने कहा कि RPSC इस परीक्षा को बहुत पारदर्शिता के साथ कराता रहा है चाहे किसी भी सरकार का शासन रहा हो, प्रतिभाशाली बच्चे अपने मुकाम हासिल करते हैं। इसमें किसी राजनेता का कोई लेना देना नहीं होता है।
राज्य प्रशासनिक सेवा में हुए चयन मामले पर डोटसरा ने दी सफाई-
RPSC इस परीक्षा को बहुत पारदर्शिता के साथ कराता रहा है चाहे किसी भी सरकार का शासन रहा हो, प्रतिभाशाली बच्चे अपने मुकाम हासिल करते हैं। इसमें किसी राजनेता का कोई लेना देना नहीं होता है: अपने 3 परिजनों के RAS बनने पर राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा pic.twitter.com/ggqxT8lGHy
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 21, 2021
उन्होंने कहा कि मेरा बेटा 2016 में पास हुआ था वो भी RAS बना है। पुत्रवधु जब पास हुई थी तब हमारा रिश्ता नहीं हुआ था। रिश्ता रिजल्ट के 20 महीने बाद जब वो ट्रेनिंग में आ गई उसके बाद हुआ। तब तो भाजपा का राज था। जिनका सलेक्शन नहीं होता है वे खीझ मिटाने के लिए ऐसी बातें करते हैं।