Vaccination
File Pic

    Loading

    नई दिल्ली: केंद्र सरकार (Central Government) ने मंगलवार को संसद (Parliament) में बताया कि कोविड-19 रोधी टीकों (Vaccination) की 100 करोड़ खुराक दिए जाने की ‘ऐतिहासिक उपलब्धि’ को प्रदर्शित करने के लिए सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के ब्यूरो ऑफ आउटरीच एंड कम्युनिकेशन (BOC) को 25 लाख रुपये जारी किए गए थे। राज्यसभा में एक सवाल के लिखित जवाब में केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री भारती प्रवीण पवार (Bharati Pravin Pawar) ने यह जानकारी दी।

    उन्होंने कहा, ‘‘भारत सरकार द्वारा कोविड-19 वैक्सीन की 100 करोड़ खुराक दिए जाने की ऐतिहासिक उपलब्धि को मनाया गया। प्रमुख स्थानों पर 100 करोड़ टीकाकरण की भारत की इस उपलब्धि को दर्शाने वाले बैनर व होर्डिंग प्रदर्शित करने के लिए सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के ब्यूरो ऑफ आउटरीच एंड कम्युनिकेशन (बीओसी) को 25 लाख रुपये की राशि जारी की गई थी।”

    यह पूछे जाने पर कि यदि सरकार ने समय पर लोगों के लिए टीकों की व्यवस्था की होती तो कुछ समय पहले ही इस लक्ष्य का हासिल किया जा सकता है, पवार ने कहा घरेलू वैक्सीन विनिर्माताओं को आर्डर देने में कोई देरी नहीं हुई है। 

    उन्होंने कहा, ‘‘बल्कि कोविड-19 टीकों की आपूर्ति के लिए मैसर्स सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ओर मेसर्स भारत बायोटेक को टीके के लिए अग्रिम आर्डर दे दिए गए हैं।” उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय कोविड-19 टीकाकरण कार्यक्रम के क्रियान्वयन के लिए टीकों की उपलब्धता कोई बाधा नहीं रही है और 100 करोड़ टीकाकरण की उपलब्धि कम से कम समय में हासिल की गई है, जो दुनिया के अधिकांश देशों से बहुत पहले है।

    एक अलग प्रश्न के जवाब में पवार ने कहा कि सरकार ने एचएलएल लाइफकेयर लिमिटेड के जरिए 161 करोड़ टीकों की खुराक राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों को मुफ्त देने के लिए आर्डर दिए हैं।  उन्होंने कहा कि टीकों पर 27 नवंबर तक कुल 19,675.46 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं।  (एजेंसी)