Story of 5 martyred soldiers Rajouri Encounter
राजौरी एनकाउंटर में शहीद सेना के जवान

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जम्मू: जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) के राजौरी में आतंकियों के साथ लगातार दो दिनों तक चली मुठभेड़ में सेना के दो कैप्टन समेत पांच जवान शहीद हो गए। शहीद हुए जवानों में कर्नाटक के मंगलोर के निवासी कैप्टन एम वी प्रांजल, यूपी के आगरा के निवासी कैप्टन शुभम गुप्ता, जम्मू-कश्मीर के पुंछ के निवासी हवलदार अब्दुल माजिद, उत्तराखंड के नैनीताल रहने वाले लांस नायक संजय बिष्ट और यूपी के ही लीगढ़ के पैराट्रूपर सचिन लौर हैं।

अपनी अदम्य साहस का परिचय देते हुए इन मां भारतीय के जवानों ने आतंकियों से मुकाबला करते हुए अपनी जान न्योछावर कर दिया। वहीं अपने जवानों के शाहदत का बदला भारतीय सेना ने लश्कर-ए-तैयबा का शीर्ष कमांडर समेत दो आतंकियों को ढेर कर लिया है। इसके बाद सेना अभी अपना सर्च ऑपरेशन चला रही है। 

शहीदों के घर पसरा मातम 

कैप्टन शुभम गुप्ता 

राजौरी अपनी मातृभूमि की रक्षा और आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब देने में कैप्टन शुभम राजौरी सबसे आगे थे। यही कारण हैं उन्होंने अपना राजौरी में सर्वोच्च बलिदान देकर आतंकियों के नापाक मंसूबो पर पानी फेर दिया, लेकिन इस मुठभेड़ में वे शहीद हो गए, इस घटना से हर भारतीय शोक में हैं।

शहीद कैप्टन शुभम गुप्ता उत्तर प्रदेश के आगरा के रहने वाले थे। शुभम ने लॉ की पढ़ाई छोड़कर सेना की वर्दी को चुनने का फैसला लिया और सिग्नलिंग के ले लिया गया, लेकिन उन्होने सेना में कमांडो बनने का फैसला लिया और उसकी ट्रेनिंग पूरी ली। 

कैप्टन एम वी प्रांजल 

63 राष्ट्रीय राइफल्स के कैप्टन एम वी प्रांजल ने भी वीरता का परिचय देते हुए आतंकियों से मुकाबला करते हुए अपनी जान न्योछावर कर दिया। कैप्टन एम वी प्रांजल कर्नाटक के मंगलोर के रहने वाले थे। उनकी इस शाहदत पर जहां सभी आंखे नम है वहीं परिवार को गर्व है कि उनका बेटा भारत माता के लिए बलिदान दिया।

मैंगलोर रिफाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड (MRPL) के सेवानिवृत्त निदेशक एम. वेंकटेश के बेटे प्रांजल ने अपनी स्कूली शिक्षा दक्षिण कन्नड़ जिले के सूरतकल में प्राप्त की थी तथा वह राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (NDA) से इंजीनियरिंग स्नातक थे।

हवलदार अब्दुल माजिद

शहीद हुए हवलदार अब्दुल माजिद के चाचा ने कहा कि उन्हें अपने भतीजे की शहादत पर गर्व है। हवलदार अब्दुल माजिद के बड़े भाई जम्मू कश्मीर लाइट इन्फैंट्री (JKLI) के एक सैनिक थे जो वर्ष 2017 में पुंछ के भिम्बर गली इलाके में शहीद हुए थे।

माजिद के परिवार को सांत्वना देने और शहादत को नमन करने लिए सैकड़ों लोग और रिश्तेदार उसके घर पहुंचे। हवलदार माजिद के परिवार में उनकी पत्नी सगेरा बी. और तीन बच्चे हैं। 

लांस नायक संजय बिष्ट 

राजौरी में आतंकियों के दांत खट्टे करने में उत्तराखंड के नैनीताल के रहने वाले लांस नायक संजय बिष्ट भी पीछे नहीं थे, लेकिन इस मुठभेड़ में संजय शहीद हो गए। लांस नायक बिष्ट के परिवार में मां मंजू देवी हैं।

पैराट्रूपर सचिन लौर
उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ के पैराट्रूपर सचिन लौर भी राजौरी एनकाउंटर में शहीद हुए जवानों में शामिल हैं। सचिन लौर ने भारतीय सेना 20 मार्च, 2019 को ज्वाइन किया था, जहां वे पैराट्रूपर थे। सचिन के बचपन का सपना था कि वो सेना में भर्ती हो, उसे उन्होंने पूरा कर लिया। सचिन के परिवार में उनकी मां भगवती देवी हैं। 

गौरतलब हो कि दरमसाल के बाजीमल इलाके में बुधवार और गुरूवार को सुरक्षा बलों के साथ 36 घंटे तक चली मुठभेड़ में अफगानिस्तान में प्रशिक्षित लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के एक शीर्ष कमांडर सहित दो आतंकवादी मारे गये। वहीं इस मुठभेड़ के दौरान शहीद हुए पांच जवानों को केंद्र शासित प्रदेश के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा, सेना की उत्तरी कमान के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल उपेन्द्र द्विवेदी, सेना के अधिकारियों और पुलिस ने शुक्रवार को श्रद्धांजलि अर्पित की। पांचों जवानों के पार्थिव शरीर राजौरी से जम्मू के आर्मी जनरल अस्पताल लाये गये, जहां पुष्पांजलि समारोह आयोजित किया गया।