-सीमा कुमारी
आमतौर पर भारतीय व्यंजनों जैसे पोहा, सांभर, दाल, तड़का, उपमा, कोकुम करी आदि में करी पत्ते (Curry Leaves) का इस्तेमाल खूब किया जाता है। आयुर्वेद में करी पत्ता को औषधि माना जाता है। इसमें कई औषधीय गुण पाए जाते हैं,
करी पत्ते के स्वाद को तो आप अच्छी तरह जानते ही होंगे। लेकिन शायद आपको ये पता नहीं है कि इसके सेवन से डायबिटीज समेत कई बड़ी बीमारियों का भी काम-तमाम कर सकते हैं। आइए जानें –
डाइट एक्सपर्ट्स के मुताबिक, करी पत्तों (Curry Leaves) में विटामिन-A भरपूर मात्रा में पाया जाता है। सब्जी में करी पत्ती को डालकर खाने से आंखों की रोशनी बढ़ती है और मोतियाबिंद का खतरा पहले से काफी कम हो जाता है। जो लोग नियमित रूप से करी पत्ते को खाते हैं, उनकी आंखों की रोशनी बढ़िया रहती है। ऐसे में करी पत्तों का सेवन आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकती है।
विशेषज्ञों की मानें तो करी पत्ता बढ़ते वजन और शुगर को कंट्रोल करने में मददगार साबित होती है। कई शोधों में दावा किया गया है कि रोजाना सुबह में खाली पेट 8-10 करी पत्ते चबाने से मोटापा और मधुमेह में आराम मिलता है। आप अपनी डाइट में भी करी पत्ते को शामिल कर सकते हैं। आयुर्वेद में करी पत्ता को औषधि माना जाता है। इसमें कई औषधीय गुण पाए जाते हैं, जो बढ़ते कोलेस्ट्रोल को कंट्रोल करने में सहायक होते हैं।
जिन लोगों को सुबह उठने के बाद जी मिचलाने या चक्कर आने की शिकायत होती हैं। वे भी करी पत्ते के सेवन से फायदा उठा सकते हैं। सुबह गरम पानी के साथ 2 करी पत्ते चबा लेने से यह समस्या खत्म हो जाती है और व्यक्ति पूरे दिन तरोताजा महसूस करता हैं।
डायबिटीज (Diabetes) से पीड़ित मरीजों के लिए करी पत्ता रामबाण का काम करता हैं। इसके सेवन से शरीर में ब्लड शुगर का लेवल कंट्रोल में रहता है और उसकी डायबिटीज नहीं बढ़ती हैं।इससे मरीजों को फिट रहने में काफी मदद मिलती हैं।
हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, करी पत्ते के अर्क के सेवन से कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल में रहता है। यह शोध जानवरों पर किया गया है। इस शोध में बढ़ते कोलेस्ट्रॉल से पीड़ित जानवरों को डाइट में करी पत्ते के चूर्ण को दिया गया। इसका परिणाम संतोषजनक रहा है। इस शोध में पाया गया कि रोजाना करी पत्ते के अर्क के सेवन से कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल में रहता है।