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सीमा कुमारी

नवभारत डिजिटल टीम: आपने भी बचपन से ही अपनी दादी-नानी या फिर अपनी मम्मी से ये बात जरूर सुनी होगी कि मछली और दूध का सेवन एक साथ नहीं करना चाहिए, वरना इससे स्किन पर सफेद रंग के दाग और चकत्ते की बीमारी हो जाती है। आज भी बड़ी संख्या में लोग इस बात को सच मानते हैं और मछली और दूध के कॉम्बिनेशन को सेहत के लिहाज से खतरनाक समझते हैं।

सफेद दाग की इस बीमारी को मेडिकल टर्म में विटिलिगो (Vitiligo) कहा जाता है, जिससे शरीर के किसी भी हिस्से में सफेद रंग के पैचेज (White Patches on Skin) बनने लगते हैं। तो आखिर दूध और मछली का स्किन की इस बीमारी से क्या संबंध है, इस बारे में क्या कहते हैं हेल्थ एक्सपर्ट्स, आइए जानें-

आयुर्वेद के अनुसार, मछली और दूध का एक साथ सेवन करने से कुछ लोगों को पाचन से जुड़ी गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। ऐसे लोग, जिन्हें दूध जल्दी नहीं पचता है उन्हें इनका एक साथ सेवन करने से बचना चाहिए। ऐसे लोग, जिन्हें पहले से एलर्जी की समस्या है, उन्हें मछली और दूध एक साथ खाने से स्किन पर जलन और खुजली भी हो सकती है। हालांकि, इसकी वजह से यह कहना कि मछली और दूध खाने से सफेद दाग की समस्या हो सकती है, बिलकुल गलत होगा।

न्यूट्रिशनिस्ट दीपशिखा अग्रवाल के मुताबिक, ऐसा कोई वैज्ञानिक तथ्य तो नहीं है कि मछली के बाद दूध पीने से ही सेफद दाग हो जाता है। उन्होंने कहा कि आज के समय में मछली की कई ऐसी रेसिपीज हैं, जो दूध के साथ बनती और इसे खाने से किसी भी तरह की स्किन एलर्जी या स्किन संबंधी परेशानी नहीं होती है।

एक्सपर्ट का मानना है कि, सफेद दाग होने का कारण फंगल इंफेक्शन है या पिगमेंटेशन है। सफेद दाग शरीर के किसी भी हिस्से या शरीर फंगल इंफेक्शन या पिगमेंट-फॉर्मिंग सेल्स मिलनोसाइट्स के खत्म होने के कारण होता है।  

 मछली की कई ऐसी डिश होती है, जिसमें दही का भरपूर मात्रा से इस्तेमाल होता है।  इसलिए ये बात बिल्कुल गलत है कि मछली और दूध का साथ सेवन नहीं कर सकते है। सफेद दाग की वजह स्किन में फंगल इंफेक्शन या पिगमेंट-फार्मिंग सेल्स मिलनोसाइट्स की कमी का कारण है।