बच्चा, जब 6 महीने का होने के बाद चलना शुरु कर देता है तब माता- पिता उसकी सुविधाओं का ख्याल रखने के साथ चलने के लिए वॉकर थमा देते है यह खतरनाक होता है।
नवभारत लाइफस्टाइल डेस्क: आजकल बच्चे घुटनों के सहारे चलने के बाद जब 6 महीने बाद खुद से खड़े होकर चलना शुरू ही करते है माता-पिता वॉकर (Walker) थमा देते हैं क्या आपको पता है यह तरीका बिल्कुल गलत है। इस तरह वॉकर से बच्चों को चलाने के चलते उनके नाजुक पैरों की हड्डियां टेढ़ी-मेढ़ी होने की आशंका सामने आती है। आंकड़ों की मानें तो, 125 के करीब बच्चे हड्डी से जुड़ी बीमारियों के साथ रोजाना ओपीडी में आ रहे है।
पैरेंट की इच्छा बच्चों पर पड़ती है भारी
जैसे ही बच्चा 6 महीने का होता है हर माता-पिता की इच्छा होती है कि, उनका बच्चा अच्छे से विकास कर सके इसके लिए उनकी हर छोटी से छोटी जरूरतों का भी ख्याल रखते हैं। पैरेंट्स को लगता है कि वॉकर के सहारे बच्चा जल्दी और तेजी से चलना सीख जाएगा लेकिन बच्चा इसे खेल की तरह लेते हुए जल्दी-जल्दी कदम चलने लगता है। इसकी वजह से उसे चोट लगने का डर रहता है तो वहीं बेबी वॉकर इसके लिए सही नहीं होती है। पीडियाट्रिक आर्थोपैडिक्स विभाग की प्रत्येक ओपीडी में 100 से 125 बच्चे की हड्डी से जुड़ी बीमारियों के साथ आ रहे है। एक साल में 20 हजार से ज्यादा बच्चे ओपीडी में देखे जा रहे हैं। बहुत से बच्चों की एड़ी व घुटने में समस्या देखने के लिए मिल रही है। यहां पर 6 से लेकर 8 महीने के बीच के बच्चों के पैरों में एड़ी संबंधी परेशानी की वजह वॉकर है।
वॉकर बच्चों के लिए क्यों नहीं है सही
इसे लेकर डॉ. विकास कहते है, जिन शिशुओं को वॉकर के साथ प्रशिक्षित किया गया है उनमें चलने के पैटर्न में स्थाई गड़बड़ी की आशंका बहुत देखने के लिए मिलती है इसका कारण है छोटे बच्चों के पैरों की हड्डियां नरम होती है जो किसी प्रकार का दबाव सह नहीं पाती। रिसर्च कहती है कि बच्चा वॉकर नहीं बल्कि जब उसका समय आएगा तब ही अच्छे से चलेगा। अगर आपका बच्चा खुद से चलना, दौड़ना और गिरना करता है तो उसे सीखने का मौका मिलता है। माता-पिता को यह देखना चाहिए कि, बच्चा खुद से चलने की कोशिश करें वॉकर में पैर सही से चल नहीं पाते बस सपोर्ट मिलता है। बच्चा बॉडी को बैलेंस करना सीख नहीं पाता।
कैसे करें बचाव
विकल्प तो हर चीज के मौजूद हैं। बच्चे को चलना सिखाना है, सोशल बनाना है और हर तरह से उसका विकास करना है, तो इसके लिए आप अपने बेबी को एक्टिविटी सेंटर्स और प्ले मैट खरीद कर ला सकते हैं। इनसे खेलने पर बच्चे सेफ होते हैं और उनका डेवलपमेंट भी बेहतर होता है।