Maha Shivratri 2022
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    -सीमा कुमारी

    माघ महीने (Magh Month) की ‘मासिक शिवरात्रि’ 30 जनवरी दिन रविवार को है। ‘मासिक शिवरात्रि’ हर महीने कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाई जाती है। इस दिन अगर कोई व्यक्ति सदहृदय और निष्कपट भाव से महादेव का व्रत रखता है, तो उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं। इस दिन कुंवारे लोग अगर व्रत रखते हैं तो उन्हें उनकी इच्छा के अनुसार जीवनसाथी भी मिलता है।

    जीवन में आरोग्य, धन, दौलत, सुख आदि प्राप्त होता है और सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती है। शिव पूजा करके आप माता पार्वती को भी प्रसन्न कर उनकी कृपा प्राप्त कर सकते है। शिव और शक्ति दोनों ही इस सृष्टि की धूरी है। उनको पाकर आप सबकुछ प्राप्त कर सकते है। आइए जानें ‘माघ शिवरात्रि’ कब है और पूजा का मुहूर्त क्या है ?

    शुभ-मुहूर्त

    हिन्दू कैलेंडर के अनुसार, माघ मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि का प्रारंभ 30 जनवरी दिन रविवार को शाम 05 बजकर 28 मिनट से हो रहा है। यह तिथि अगले दिन सोमवार 31 जनवरी को दोपहर 02 बजकर 18 मिनट तक मान्य है।

    पूजा-विधि

    • सर्वप्रथम सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करने के बाद साफ कपड़े पहने।
    • घर के मंदिर में दीप प्रज्वलित करें।
    • अगर घर में शिवलिंग है, तो शिवलिंग का गंगा जल, दूध, आदि से अभिषेक करें।
    • बेल पत्र चढ़ाएं।  
    • भगवान शिव के साथ ही माता पार्वती की पूजा अर्चना भी करें।
    • भगवान भोले और मां पार्वती को भोग लगाए।  
    • भोलेनाथ का अधिक से अधिक ध्यान करें।  
    • ‘ऊॅं नम: शिवाय’ मंत्र का जप करें।
    • हवन करें फिर भगवान शिव की आरती करें।

    ‘मासिक शिवरात्रि’ का महत्व

    ‘मासिक शिवरात्रि’ का व्रत करने और शिव पूजा करने से दुख दूर होते हैं और पाप मिट जाते हैं। भगवान शिव की कृपा से व्यक्ति निरोगी रहता है। भगवान शिव अपने भक्तों को सुख, संपत्ति, संतान, आरोग्य, साहस सबकुछ प्रदान करते हैं।  भगवान शिव तो सच्चे मन से जल अर्पित करने मात्र से भी प्रसन्न होने वाले महादेव हैं।