होली के दिन भांग खाने की ये है वजह, जानिए इसका धार्मिक महत्व

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    -सीमा कुमारी

    होली रंगों का पर्व है। इसके अलावा,’होली’ (Holi) बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक भी माना जाता है। इस दिन लोग एक-दूसरे को रंग लगाते हैं और प्यार से गले मिलते हैं। इस दिन लोग नाचते गाते हैं। वहीं, भांग के बिना होली का त्योहार अधूरा माना जाता हैं। इस दौरान भांग का सेवन भी किया जाता हैं। भांग का सेवन इस दिन लोग अलग-अलग तरीकों से करते हैं। इसमें भांग की लस्सी, भांग के पकोड़े, भांग की ठंडाई और भांग की गुजिया आदि शामिल हैं।

    होली पर भी भांग ग्रहण करने का प्रचलन है। माना जाता है कि होली के रंग में जब भांग का नशा शामिल होता है तो होली खेलने वालों का आनंद कई गुणा बढ़ जाता है। जबकि अलग-अलग धर्मों में भांग को लेकर तरह-तरह की विचारधाराएं है। हिंदू धर्म में भांग को शिवजी से जोड़कर वर्णन किया गया है। होली में भांग पीने की वजह भी भगवान शिव के एक अवतार से संबंधित है। आइए जानें होली के रंग में भांग को क्यों शामिल किया जाता है?

    हिंदू धर्म में भांग का संबंध सीधे रूप में भगवान शिव शंकर से है। जबकि देवताओं की चिकित्सा पद्धति आयुर्वेद में भांग का उपयोग औषधि के रूप में किया जाता है। प्राचीन हिंदू पवित्र ग्रंथ अथर्ववेद में, भांग के पौधे को पृथ्वी के पांच सबसे पवित्र पौधों में से एक के रूप में वर्णित किया गया है। इसे “खुशी का स्रोत” या “खुशी देने वाले पौधे” के रूप में भी जाना जाता है।