महाशिवरात्रि 2024, Lifestyle News
शिवरात्रि पर बेल पत्र के नियम (फोटो-डिजाइन)

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सीमा कुमारी

नवभारत लाइफस्टाइल डेस्क:  भोलेनाथ (Lord Shiva) की आराधना का महापर्व ‘महाशिवरात्रि’ (Mahashivratri 2024) हर साल पूरे देश में बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। कहते हैं, इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह हुआ था इसलिए इस दिन भोलेनाथ के साथ मां पार्वती की भी पूजा की जाती है। महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव का दूध या पानी से अभिषेक करने से और उन्हें बेलपत्र (Belpatra) चढ़ाने से हर मनोकामना पूरी होती है। ऐसे में आइए जान लें महाशिवरात्रि पर बेलपत्र चढ़ाने से पहले ये जरूरी नियम।

भगवान शिव को प्रिय है बेलपत्र

शिवपुराण के अनुसार, बेलपत्र भगवान शिव को बेहद प्रिय है। कहते है, बेलपत्र के पत्तों में सत, रज, तम गुणों का वास माना जाता है। इसके तीन पत्ते त्रिदेवों के साथ होने का प्रतीक हैं। ऐसी मान्यता है कि भगवान शिव को सोमवार, शिवरात्रि, प्रदोष और अन्य तिथियों में अर्पित करने से त्रिदेव बेहद प्रसन्न हो सकते हैं और जीवन में चल रही सभी परेशानियां दूर हो सकती हैं।

इन दिनों में नहीं तोड़ना चाहिए बेलपत्र

बेलपत्र कभी भी महाशिवरात्रि, शिवरात्रि, चतुर्थी, अष्टमी, नवमी, प्रदोष व्रत, और सोमवार के दिन नहीं तोड़ना चाहिए। इस दिन बेलपत्र चढ़ाने के लिए एक दिन पहले ही बेलपत्र को तोड़कर रख लेना चाहिए।  बेलपत्र को तोड़ते समय भगवान शिव का स्मरण जरूर करना चाहिए। बेलपत्र तोड़ते समय इस बात का भी ध्यान रखें कि इसे टहनी के साथ न तोड़े, बेलपत्र की पत्तियों को ही तोड़ें।

देवी मांओं का होता है वास

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, बेलपत्र के जड़ों में मां गिरिजा, तने में मां महेश्वरी, शाखाओं में मां दक्षायनी, पत्तियों में मां पार्वती और फूलों में मां गौरी का वास होता है। ऐसे में घर के बाहर बेलपत्र लगाने से बुरी शक्तियों का असर दूर हो सकता है।

वहीं, अगर बेलपत्र का पेड़ लगाने की सोच रहे हैं, तो उत्तर पश्चिम दिशा में लगाएं। इसे घर में सुख-शांति और समृद्धि का वास हो सकता है और परिवार के सभी सदस्य ऊर्जावान बने रहते हैं। इतना ही नहीं बेलपत्र का पौधा लगाने से चंद्र दोष के साथ ग्रह दोषों के अशुभ प्रभाव से भी बचा जा सकता है।

तीन पत्तियों वाला बेलपत्र होना जरूरी

महाशिवरात्रि के दिन शिवलिंग पर बेलपत्र चढ़ाते समय इस बात का ध्यान रखें कि बेलपत्र तीन पत्तियों वाला हो और उस पर कोई दाग-धब्बा न हो।

कितने चढ़ाए बेलपत्र

ज्योतिषियों का मानना है कि, महाशिवरात्रि के दिन शिवलिंग पर बेलपत्र चढ़ाते समय इस बात का ध्यान रखें कि बेलपत्र की चिकनी साइड ही शिवलिंग पर रखें। इस दिन शिवलिंग पर बेलपत्र चढ़ाते समय इस बात का भी ध्यान रखें कि बेलपत्र को 11 या 21 या की संख्या में ही चढ़ाएं। इसके अलावा, एक बेलपत्र भी शिवलिंग पर चढ़ाया जा सकता है। महाशिवरात्रि के दिन अगर आपके बेलपत्र नहीं है तो शिवलिंग पर चढ़ा हुए बेलपत्र को धोकर भी इसे दोबारा चढ़ा सकते हैं।