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सीमा कुमारी

हर साल चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से ‘चैत्र नवरात्रि’ (Chaitra Navratri) की शुरुआत हो जाती हैं। इस साल ये नवरात्रि 22 मार्च से शुरू हो रहे हैं, जो 30 मार्च को समाप्त हो रहे हैं। इन नौ दिनों में मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की विधिवत पूजा करने का विधान है।मान्यताओं के अनुसार, नवरात्रि के इन पवित्र नौ दिनों में भूलकर भी ये गलतियां नहीं करनी चाहिए। आइए जानें इस बारे में-

ज्योतिषियों के अनुसार, नवरात्रि में प्याज और लहसुन का उपयोग बिल्कुल नहीं करना चाहिए। इन्हें तामसिक भोजन की श्रेणी में गिना जाता है। इसलिए नवरात्रि में इनका प्रयोग वर्जित माना गया। अगर आपने नवरात्रि के दौरान अपने घर में अखंड ज्योति जलाई है, तो घर बिल्कुल भी छोड़कर न जाएं। घर में किसी न किसी सदस्य को अवश्य रहना चाहिए।

नवरात्रि में नौ दिन का व्रत रखने वालों को दाढ़ी-मूंछ और बाल नहीं कटवाने चाहिए।  इस दौरान बच्चों का मुंडन करवाना अशुभ होता है। ऐसा करने से माता रानी नाराज हो सकती है। इन दिनों में काला रंग के कपड़े पहनने से भी बचना चाहिए। चैत्र नवरात्रि में आप नीला, सफेद, गुलाबी, ऑरेंज, हरा जैसे रंगों के कपड़े पहन सकते हैं।

नवरात्रि का व्रत रखने वाले लोगों को चमड़े की बेल्ट, चप्पल-जूते, बैग जैसी चीजों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। मंदिरों में दर्शन से पहले भी इन चीजों को बाहर निकाल दिया जाता है।

नवरात्रि में खाने में अनाज और नमक का सेवन नहीं करना चाहिए। खाने में कुट्टू का आटा, सामक के चावल, सिंघाड़े का आटा, साबूदाना की खिचड़ी और सेंधा नमक का का इस्तेमाल करना चाहिए।

दुर्गा चालीसा, मंत्र या सप्तशती पाठ करते समय किसी ने बात न करें और न ही उठें। माना जाता है कि ऐसा करने से नकारात्मक ऊर्जा पूजा पाठ का फल बेकार कर देती है। चैत्र नवरात्रि के दौरान मांस-मदिरा से बिल्कुल दूरी बना लें। इनका सेवन करने से अशुभ फलों की प्राप्ति होती है।