
-सीमा कुमारी
सनातन समाज में पूजा-पाठ का विशेष महत्व है। और हर एक घर में मंदिर होता है, जहां पर धूप, दीप के लिए माचिस का उपयोग अवश्य किया जाता है परंतु वास्तु शास्त्र में कुछ ऐसे नियम बताए गए हैं, जिनके अनुसार पूजा घर में माचिस रखना वर्जित माना जाता है। इसके पीछे क्या वजह है, आइए जानें भोपाल निवासी ज्योतिषी एवं वास्तु सलाहकार पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा से इस बारे में-
वास्तु शास्त्र के अनुसार, कभी भी पूजा घर में माचिस नहीं रखना चाहिए। वास्तु के नियम के अनुसार, पूजा घर में माचिस रखना वर्जित होता है। पूजा घर हमारे घर का सबसे पवित्र स्थान माना जाता है और वास्तु शास्त्र में कहा गया है कि घर के पवित्र स्थान पर किसी भी तरह की ज्वलनशील सामग्री नहीं रखना चाहिए।
माचिस को हमेशा किसी बंद अलमारी या बंद जगह पर रखना शुभ माना जाता है। ऐसा करने से किसी भी तरह की नकारात्मक ऊर्जा घर में आकर्षित नहीं होती।
ज्योतिषियों के अनुसार, जो व्यक्ति पूजा घर में माचिस रखता है वहां नकारात्मक शक्तियां आकर्षित हो सकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि हम सभी धूप, दीप जलाने के बाद माचिस की जली हुई तीली उसी जगह पर फेंक देते है। यही तीलियां नकारात्मक ऊर्जा को अपनी तरफ आकर्षित करती है। इसके अलावा, आपके द्वारा की गई पूजा का भी फल प्राप्त नहीं होता है।
इसके अलावा, भूलकर भी पूजा घर में बासी फूल नहीं रखना चाहिए। ऐसा करने से घर की उन्नति में रुकावट उत्पन्न हो सकती है।