सीमा कुमारी
नई दिल्ली: ‘शनि जयंती’ (Shani Jayanti) 30 मई दिन सोमवार को मनाई जाएगी। ‘शनि जयंती’ के दिन ‘सोमवती अमावस्या’ (Somwati Amavasya) और ‘वट सावित्री’ (Vat Savitri) व्रत भी पड़ रहा है। इस कारण इस शुभ संयोग में की गई पूजा-पाठ और दान का बड़ा महत्व बताया जा रहा है। न्याय के देवता शनिदेव को प्रसन्न करने और उनका आशीर्वाद पाने के लिए ‘शनि जयंती’ का दिन विशेष माना गया है। ‘शनि जयंती’ के शुभ मौके पर आप कुछ चीजों को दान कर न्याय के देवता शनिदेव को प्रसन्न कर सकते है। आइए जानें उन चीजों के बारे में –
ज्योतिष-शास्त्र के अनुसार, शनि जयंती के दिन उड़द की दाल का दान करना शुभ माना जाता है। मान्यता है कि,इस दिन शनि देव की कृपा पाने के लिए सवा किलो काली उड़द की दाल किसी जरुरतमंद को दान कर दें। इससे धन संबंधी समस्याओं भी खत्म हो जाती है।
शनि जयंती के दिन भगवान शनि को सरसों का तेल चढ़ाने के साथ-साथ तेल का दान भी करें। इससे शनि देव प्रसन्न होते हैं और सभी कष्टों से छुटकारा दिला सकते हैं।
ज्योतिषियों का मानना है कि, शनि जयंती के दिन काले तिल का दान करना भी शुभ माना जाता है। इसलिए इस दिन काले तिल दान करें। इसके अलावा काले तिल नदी में प्रवाह भी करें। इससे शनि की साढ़े साती और ढैय्या से राहत मिलती है।
शनि जयंती के दिन काली मिर्च का दान करना भी शुभ माना जाता है। मान्यता है कि शनि जयंती या किसी भी शनिवार के जिल काले कपड़े में काली मिर्च के कुछ दाने और सिक्का लपेटकर दान कर दें। इससे साढ़े साती और ढैय्या का प्रभाव कम हो जाता है।
शनि जयंती के अवसर पर शाम को शमी के पेड़ या फिर पीपल के नीचे तिल के तेल का दीपक जलाएं। शनि कृपा से साढ़ेसाती, ढैय्या और ग्रह दोष में शांति मिल सकती है।