आज से आरंभ हुआ ‘पितृपक्ष’, करें तुलसी का ‘यह’ उपाय, मिलेगा पितरों का आशीर्वाद और जीवन हो जाएगा खुशहाल

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सीमा कुमारी

नवभारत डिजिटल टीम: सनातन धर्म में पितृ पक्ष का अपना एक खास महत्व होता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस समय में स्नान-ध्यान, तर्पण, श्राद्ध कर्म आदि करने से व्यक्ति को पितरों की आत्मा को शांति मिलती है, साथ ही उनका आशीर्वाद भी प्राप्त होता है। इस बार पितृपक्ष (Pitru Paksha) की शुरुआत आज से यानी 29 सितंबर से हो गई है और ये 14 अक्टूबर को ‘सर्व पितृ अमावस्या’ पर इसका समापन होगा। वहीं, पितृपक्ष में तुलसी का प्रयोग करना सबसे शुभ माना जाता है।

साथ ही पितृपक्ष में तुलसी से जुड़े उपाय करना बेहद अच्छा माना जाता है। बस, इस बात का भी ध्यान रखें कि एकादशी और रविवार के दिन ये उपाय भूलकर न करें। आइए जानें पितृ पक्ष में तुलसी से जुड़े उपाय के बारे में-

शिव पुराण के अनुसार, श्राद्ध पक्ष में घर का कोई भी सदस्य तुलसी का उपाय कर सकता है। पितृपक्ष के दौरान तुलसी के गमले के पास एक कटोरी रख दें। इसके बाद एक हथेली में गंगाजल लेकर धीरे-धीरे कटोरी में डालें। इस दौरान 5 से 7 बार पितरों का नाम लेना चाहिए और भगवान शिव जी का ध्यान करना चाहिए। अब इस पानी से घर में छिड़काव करें और बचे हुए पानी को तुलसी में डाल दें।

मान्यता है कि, गंगाजल को घर में छिड़कने से सारी नकारात्मक ऊर्जा खत्म हो जाती है। बस तुलसी के पौधे को रविवार और एकादशी के दिन पानी नहीं दिया जा सकता है। पितृपक्ष में किया गया ये उपाय काफी कारगर होता है। इसको करने से पिंडदान और दान करने जितना फल प्राप्त होता है। पितृ पक्ष में तुलसी में रोजाना जल चढ़ाकर उसके बाद शाम को दीपक लगाना चाहिए और, देवी त्वं निर्मिता पूर्वमर्चितासि मुनीश्वरै: नमो नमस्ते तुलसी पापं हर हरिप्रिये।। मंत्र का जाप करें।