किसान बिल के खिलाफ हल्ला बोल, किसानों का राजव्यापी प्रदर्शन

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  • किसान बिल की कॉपी को फूंका  
  • मुंबई, पालघर, कोल्हापुर,बीड़ समेत कई शहरों में विरोध  
  • यूनियन नेता बोले- बिल से सिर्फ उद्योगपतियों को फायदा 
  • कांग्रेस– राकांपा का किसानों को समर्थन 

मुंबई. किसान बिल के विरोध में शुक्रवार को महाराष्ट्र समेत पूरे देश के किसानों ने राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन किया. महाराष्ट्र के विभिन्न शहरों व गांवों में हजारों की संख्या में किसानों ने अपने हाथों में बैनर व पोस्टर लेकर किसान बिल का जमकर विरोध किया. विभिन्न  किसान संगठनों के सदस्यों ने किसान बिल की कॉपी को जलाकर अपना विरोध जताया. 

उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार के इस बिल को किसान विरोधी करार दिया है. महाराष्ट्र में ऑल इंडिया किसान सभा ( एआईकेएस ) और स्वाभिमानी शेतकरी संगठन (एसएसएस) के अलावा कई यूनियन के सदस्यों ने आंदोलन में भाग लिया. एआईकेएस के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक धवले ने पालघर में आंदोलन को लीड किया, जबकि मुंबई में महेंद्र उगाडे, ठाणे में सुनील खरपत, बीड में सुभाष डाके, जालना में गोविंद अरदाद, नंदुरबार में सुदाम ठाकरे और नांदेड़ में अर्जुन अडे ने किसानों के साथ आंदोलन में भाग लिया.   

कोल्हापुर में शेट्टी की अगुवाई में प्रदर्शन 

कोल्हापुर में किसानों ने स्वाभिमानी शेतकरी संगठन के अध्यक्ष और पूर्व सांसद राजू शेट्टी की अगुवाई में प्रदर्शन किया.यहां भी किसानों ने किसान बिल की कॉपी को जलाकर विरोध किया. शेट्टी ने कहा कि इस बिल से सिर्फ कॉर्पोरेट कंपनियों को फायदा होगा. उन्होंने कहा कि यह फूड कारपोरेशन ऑफ इंडिया ( एफसीआई ) और नेशनल एग्रीकल्चर कॉपरेटिव मार्केटिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (नाफेड ) के निजीकरण की दिशा में पहला कदम है. शेट्टी ने कहा कि संसद में इस बिल को अलोकतांत्रिक तरीके से पारित किया गया है. उन्होंने कहा कि किसानों के साथ होने वाले अन्याय को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. 

नाशिक में जगताप ने किया लीड

नाशिक में किसानों ने स्वाभिमानी शेतकरी संगठन के स्टेट प्रेसिडेंट संदीप जगताप की अगुवाई में प्रदर्शन किया. यहां किसानों ने केंद्र सरकार के पुतले को जला कर विरोध किया.इसके अलावा किसान बिल के विरोध में पुणे, औरंगाबाद, यवतमाल. बुलढाणा में भी हजारों की संख्या में किसानों ने भाग लिया.  

21 जिलों में जलाई गई किसान बिल की कॉपी 

अखिल भारतीय किसान परिषद के महासचिव अजीत नवले ने कहा कि महाराष्ट्र समेत पूरे देश में किसानों के आंदोलन को लोगों से अच्छा रिस्पांस मिला है. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के 21 से ज्यादा जिलों में किसानों ने कृषि बिल की कॉपी को जलाकर अपना विरोध जताया है. नवले ने कहा कि इस बिल के खिलाफ उनका प्रदर्शन आगे भी जारी रहेगा. 

कांग्रेस–राकांपा ने दिया किसानों का साथ 

किसानों के इस राष्ट्रव्यापी आंदोलन को कांग्रेस-राकांपा का समर्थन प्राप्त था. इन दोनों पार्टियों ने कृषि  बिल के खिलाफ किसानों के आंदोलन को सही ठहराया है.

सुरक्षा के कड़े प्रबंध 

किसानों के आंदोलन को देखते हुए पूरे राज्य में सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए थे. कई संवेदनशील इलाकों में भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया था. समाचार लिखे जाने तक कहीं से कोई अप्रिय घटना की सूचना नहीं थी.