-
8 पुलिस उपायुक्त पुरानी जगह होंगे बहाल
-
सीएम ठाकरे का मास्टर स्ट्रोक
-
पॉवर गेम चरम पर
मुंबई. महाराष्ट्र विकास आघाड़ी सरकार में पॉवर गेम अपने चरम पर पहुंच गया है. ताजा मामला मुंबई के 10 पुलिस उपायुक्त के ट्रांसफर से जुड़ा हुआ है. 2 जुलाई को एक आदेश में गृहमंत्री अनिल देशमुख के विभाग ने 10 पुलिस उपायुक्त के ट्रांसफर का आदेश जारी किया था, लेकिन इस फैसले के 48 घंटे के भीतर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने 10 में 8 पुलिस उपायुक्त के तबादले को रद्द करते हुए उन्हें पुरानी जगह पर फिर से ज्वाइन करने के आदेश जारी किए हैं.
सीएम ठाकरे के इस फैसले से साफ है कि तीन प्रमुख दलों की महाराष्ट्र विकास आघाड़ी सरकार के अंदर सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है और आने वाले दिनों में यह पॉवर गेम अपने चरम पर होगा.
क्या है विवाद
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक मुंबई में कोरोना संकट के चरम पर होने के बावजूद इन 10 पुलिस उपायुक्त का ट्रांसफर करने से पहले गृहमंत्री देशमुख ने मुख्यमंत्री ठाकरे के साथ सलाह–मशविरा नहीं किया था. इस वजह से ठाकरे खेमा काफी नाराज था. नाराज लोगों में शिवसेना सांसद अनिल देसाई के अलावा पांडुरंग सकपाल व शिशिर शिंदे समेत कई नेता शामिल थे. ऐसे में सीएम ठाकरे ने पुलिस उपायुक्त के ट्रांसफर पर रोक लगा कर सरकार में शामिल राकां और कांग्रेस को यह सीधा संदेश दिया है कि बड़े फैसलों को लेते समय उनकी सहमति लेनी जरुरी है.
The internal transfers in Mumbai made by @CPMumbaiPolice have been put on hold by CM @OfficeofUT and my office. pic.twitter.com/aG1dxzPJTv
— ANIL DESHMUKH (@AnilDeshmukhNCP) July 5, 2020
राकां व कांग्रेस पर काउंटर अटैक
हाल ही में राकां व कांग्रेस मंत्रियों ने यह आरोप लगाया था कि महाराष्ट्र में लॉकडाउन को बढ़ाने के पहले सीएम ठाकरे ने उनसे सलाह–मशविरा नहीं किया था. इस बारे में राकां मंत्रियों की शिकायत के बाद महाराष्ट्र सरकार के किंगमेकर शरद पवार ने मुख्यमंत्री ठाकरे से मुलाकात भी की थी. इस मीटिंग में पवार ने सीएम ठाकरे को अहम फैसले लेते समय सहयोगी दलों को विश्वास में लेने का सुझाव दिया था. जाहिर तौर से यह सुझाव दोनों पक्षों के लिए था. ऐसे में जब 10 पुलिस उपायुक्त के ट्रांसफर के फैसले को लेकर सीएम ठाकरे की सहमति नहीं ली गई तो उन्होंने राकां व कांग्रेस को सबक सिखाने के लिए गृहमंत्री देशमुख के विभाग द्वारा लिए फैसले को मात्र 48 घंटे के भीतर पलट दिया.
देशमुख का डैमेज कंट्रोल
इस मामले पर विवाद को बढ़ता हुआ देख गृहमंत्री देशमुख ने ट्वीट कर सफाई दी कि पुलिस उपायुक्त के ट्रांसफर का फैसला मुंबई पुलिस आयुक्त ने अपने तौर पर लिया था.ऐसे में गृह विभाग और मुख्यमंत्री कार्यालय ने मिलकर इस पर रोक लगा दी है. इन पुलिस उपायुक्त का किया गया था ट्रांसफर जिन पुलिस उपायुक्त का ट्रांसफर किया गया था उनमें परमजीत सिंह दहिया, प्रशांत कदम ,गणेश शिंदे, रश्मि करंदीकर, शहाजी उमप, मोहन दहिकर, विशाल ठाकुर, संग्राम सिंह निशानदार, प्रणय अशोक व नंदकुमार ठाकुर शामिल थे.