Sitaram Kunte

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    मुंबई. महाराष्ट्र सरकार (Maharashtra Government) के मुख्य सचिव पद (Chief Secretary Post) पर अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) सीताराम कुंटे (Sitaram Kunte) की नियुक्ति की गई है। कुंटे, रविवार को मुख्य सचिव पद से रिटायर हो रहे संजय कुमार से पदभार ग्रहण करेंगे। मुख्य सचिव की दौड़ में कुंटे के साथ उनके बैच के आईएएस अधिकारी प्रवीण परदेशी भी शामिल थे, लेकिन बाजी कुंटे ने मार ली है। कुंटे और परदेशी दोनों साल 1985 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। हालांकि कुंटे का कार्यकाल सिर्फ 9 महीने का होगा, क्योंकि वे 30 नवंबर, 2021 को रिटायर हो जाएंगे।

     कुंटे को कई पदों पर काम करने का प्रशासनिक अनुभव प्राप्त है। इससे पहले वे प्रमुख सचिव (वित्त), बीएमसी आयुक्त, प्रमुख सचिव (योजना) और विकास आयुक्त और सचिव (आवास) की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। कुंटे को पूर्व मुख्य सचिव व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के सलाहकार रह चुके अजोय मेहता का आशीर्वाद प्राप्त है।

    नाराजगी पड़ी भारी

    सूत्रों के मुताबिक, प्रवीण परदेशी की पूर्व मुख्य सचिव अजोय मेहता के साथ पटरी नहीं बैठती है। पिछले साल कोरोना महामारी के दौरान मेहता और परदेशी के बीच समन्वय को लेकर काफी विवाद हुआ था। जिसके बाद परदेशी को बीएमसी कमिश्नर से हटा कर उनकी जगह मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के करीबी आईएएस अधिकारी इकबाल सिंह चहल को नियुक्त कर दिया गया था। इस वजह से नाराज़ परदेशी ने पिछले साल अगस्त में स्विट्जरलैंड के जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र के प्रशिक्षण और अनुसंधान संस्थान में एक वैश्विक कार्यक्रम समन्वयक के रूप में जिम्मेदारी संभाली थी। हालांकि, परदेशी हाल ही में राज्य सेवाओं में शामिल हो गए हैं। जानकारों का कहना है कि यही नाराजगी परदेशी को भारी पड़ी है। ठाकरे सरकार का मानना है कि जब महाराष्ट्र कोरोना जैसी महामारी से जूझ रहा था तो ऐसे समय में परदेशी को विदेश नहीं जाना चाहिए था। इसी वजह से उनका पत्ता कट गया है।