नाशिक. दिग्गज अभिनेता (Veteran Actor) दिलीप कुमार (Dilip Kumar) का मुंबई (Mumbai) में आज निधन हो गया है। दिलीप कुमार का बचपन (Childhood) और जवानी भी नाशिक के देवलाली कैंप (Devlali Camp) इलाके में बीता है। उनके माता-पिता और बड़े भाईयों की कब्रें भी देवलाली कैंप के कब्रिस्तान में हैं। कब्रिस्तान (Cemetery) के स्टाफ के मुताबिक, दिलीप कुमार अपने माता-पिता के बगल में दफन होना चाहते थे। नाशिक के साथ उनका घनिष्ठ संबंध था क्योंकि उन्होंने अपना बचपन नाशिक में बिताया था।
दिग्गज अभिनेता दिलीप कुमार को बुधवार की सुब्ह निधन हो गया है। वह 98 वर्ष के थे, उन्होंने मुंबई के हिंदुजा अस्पताल में अंतिम सांस ली। वह काफी समय से बीमार चल रहे थे, दिलीप कुमार के निधन पर बॉलीवुड समेत दुनियाभर के फैंस शोक में हैं। दिलीप कुमार भले ही आज हमारे बीच न हों, लेकिन अपनी फिल्मों, अभिनय, गानों के जरिए वह हमेशा अमर रहेंगे।
मुझे मेरे माता-पिता के पास ही दफनाना
दिलीप कुमार के पिता का नाशिक में एक बाग था, इस वजह से उनका अधिकांश जीवन नाशिक में बीता था। कुछ समय बाद वह मुंबई चले गए, हालांकि माता-पिता की मौत के बाद उन्हें नाशिक के देवलाली इलाके के कब्रिस्तान में दफनाया गया था। उनके माता-पिता के बगल में उनके बड़े भाई की कब्र भी है, जब दिलीप कुमार नाशिक आते थे, तो वे इस स्थान पर जाते थे और अपने माता-पिता और भाई की कब्रों पर फूल और चादर चढ़ाते थे। इसके बाद वह यहां के कर्मचारियों से बातचीत करते थे वहीं, उनकी मौत के बाद कर्मचारियों का कहना है कि उन्होंने खाली जगह में दफन होने की इच्छा जताई थी। लेकिन कहीं भी ऐसा कोई लिखित रूप नहीं होने के कारण उनका अंतिम संस्कार मुंबई के सांताक्रूज इलाके में किया गया।