नाशिक. शहर में निजी अस्पतालों सहित मनपा अस्पतालों की स्थिति भी बहुत खराब होने लगी है, क्योंकि कोरोना संक्रमित मरीजों (Corona Patients) की संख्या फिर से बढ़ रही है। पिछले 3 दिनों से डॉ. ज़ाकिर हुसैन अस्पताल (Dr. Zakir Hussain Hospital) में भर्ती होने के लिए 40 मरीज (Patients) प्रतीक्षा कर रहे हैं। अस्पताल के सभी वार्ड फुल (Full) हैं और कई का इलाज अस्पताल के परिसर में चल रहा है।
मंगलवार तक अस्पताल के सभी बेड पर मरीज थे। पंचवटी क्षेत्र में कोरोना पीड़ितों की संख्या बढ़ रही है। सिडको, सातपुर और पुराने नाशिक क्षेत्रों में हर दिन नए रोगी पाए जा रहे हैं। कई नागरिकों की मौत भी हो गई है। तस्वीर यह है कि अस्पताल में कोई जगह नहीं बची है। पूरे अस्पताल में कोरोना के मरीजों का ही इलाज चल रहा है।
स्ट्रेचर के साथ व्हीलचेयर पर हो रहा इलाज
डॉ. जाकिर हुसैन अस्पताल में हर सुबह मरीजों की भीड़ देखी जा रही है। कुछ मरीजों का इलाज स्ट्रेचर के साथ-साथ व्हीलचेयर पर भी किया जा रहा है। अस्पताल के प्रवेश द्वार पर कतार सुबह से ही दिखाई दे रही है। बेड खाली ना होने से मरीजों को अस्पताल के परिसर में भी रखा जा रहा है। मरीज की संख्या तेजी से बढ़ रही हैं, लेकिन ठीक होने वाले मरीजों की गति धीमी है इसलिए अस्पताल में भर्ती होने के लिए मरीजों को बेड खाली होने का इंतजार करना पड़ रहा है।
मनपा अस्पताल में बेड तलाश रहे लोग
ऑक्सीजन की कमी और दूसरी ओर निजी अस्पतालों की भारी फीस से घबराए लोग मनपा अस्पताल की ओर दौड़ रहे हैं। वहीं दूसरी ओर मनपा के सभी अस्पताल कमर्चारियों की कमी का रोना रो रहे हैं। इतनी बड़ी संख्या में मरीजों का इलाज करना और कई मरीजों को मौत के मुंह से बचाने के लिए घंटों उनकी निगरानी करना स्टाफ के लिए कठिन होता जा रहा है। ऐसे में मनपा कर्मचारियों की भर्ती के सवाल को लेकर चुप्पी साधे हुए हैं। अस्पताल प्रशासन का कहना है कि प्रतीक्षा करने वाले मरीजों की उन्हें चिंता होती है क्योंकि उन्हें पूरा उपचार मिल पाता।