ओमप्रकाश मिश्र
रांची. विधि के विधान को समझ पाना मानव शक्ति के परे है। कोई नहीं जानता मौत किस रूप में कहाँ और कब किसका पीछा कर रही है। कब किसका सहारा कहाँ छीन जाएगा? कब किसका साथ छुट जाएगा? इस बात को सत्यापित करती एक ह्रदय विदारक दुर्घटना में पिता (Father) का इलाज (Treatment) करा रहे बेटे की एक सड़क दुर्घटना (Road Accident) में मौत (Death) हो गई। रांची के एक निजी अस्पताल में कोरोना संक्रमित पिता का पिछले तीन दिनों से इलाज करा रहे बेटे की सड़क दुघर्टना में मौत हो गयी। यह घटना नामकुम थाना क्षेत्र के लोवाडीह में हुई, मृतक फूलचंद नायक उर्फ़ सोमनाथ नायक तमाड़ स्थित ब्राह्मण टोली का निवासी था।
मिली जानकारी के अनुसार, सोमनाथ के पिता कोरोना से पीड़ित थे। उनके इलाज के लिए सोमनाथ उन्हें रांची के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया था और पिछले तीन दिनों से प्रतिदिन तमाड़ से रांची आ जा कर अपने पिता की देखभाल कर रहा था। वह पिछले तीन रात से सो नहीं सका था। बीती रात वह अपने पिता को देखने अस्पताल आया था और आज सुबह छह बजे अस्पताल से अपनी कार (जे एच 1ए किउ 1796 ) से अपने घर तमाड़ वापस जा रहा था। रांची के लोवाडीह के समीप कार चलाते हुए उसे नींद आ गई और सामने से आ रहे एक ट्रक से वह टकरा गया। टक्कर इतनी जोरदार थी कि उसके कार के परखच्चे उड़ गए और वह बहुत ही गंभीर रूप से घायल हो गया।
इलाज के दौरान हुई मौत
दुर्घटना में फूलचंद कार में बहुत बुरी तरह फंस गया था। घटना की विभीषिका को देखते हुए स्थानीय झामुमो नेता पप्पू सिंह समेत अन्य लोगों ने तत्काल पुलिस को इसकी सूचना दी और फुलचंद को कार से बाहर निकलने की कोशिश की। किसी तरह उनलोगों ने फूलचंद को कार से बाहर निकाला। मौके पर आई पुलिस पीसीआर की सहायता से फूलचंद को इलाज के लिए रिम्स में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। जानकारी के अनुसार फूलचंद के माता-पिता दोनों शिक्षक हैं।