वायू गुणवत्ता प्रबंधन की प्रति माह देनी होगी रिपोर्ट

  • केंद्रीय प्रदुषण नियंत्रण मंडल के महापालिका से निर्देश

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पुणे. शहर के वायू प्रदुषण को कम करने को लेकर केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण मंडल महापालिका को बार-बार सुझाव दिए जाते है. साथ ही उपाय योजना करने के लिए 6 करोड़ का निधि भी उपलब्ध किया गया है. 

इस बीच मंडल ने महापालिका को निर्देश दिए है कि वायू गुणवत्ता प्रबंधन की प्रतिमाह रिपोर्ट देनी होगी. इसमें हॉटस्पॉट प्रबंधन, प्रमुख यातायात भीड़ बिंदु,  मैकेनिकल स्वीपर, स्प्रिंकलर, सीएनजी/इलेक्ट्रान  वाहन और समग्र रूप से प्रमुख प्रदूषणकारी स्रोत टीम फीडबैक/शिकायतों के आधार पर विवरण पेश करना होगा. एमपीसी बोर्ड को हर महीने के 25 तारीख को यह रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है. 

 मंडल द्वारा दिए जाते है सुझाव 

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण मंडल, राज्य प्रदूषण नियंत्रण मंडल (एमपीसीबी) ‘सफर’ जैसी विभिन्न संस्थाओं के अवलोकन में आया था. पुणे शहर में वायू प्रदूषण में वृद्धि हो रही है. पीएम 10′ और पीएम 2.5′ ये शहर के हवा में सबसे अधिक  प्रदूषणकारी घटक पाए गए है. इससे लोगों को स्वास्थ्य संबंधित समस्याएं आ सकती है. इस वजह से वायू प्रदूषण रोकने के लिए जल्द से जल्द प्रयास करें. ऐसे निर्देश महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण मंडल ने मनपा से दिए थे. शहर का वायू प्रदूषण रोकने के लिए एमपीसीबी की ओर से करीब 50 से अधिक उपाय योजना सुझायी है. साथ ही इस पर अमल करने की सूचना भी एमपीसीबी ने की थी. इसमें प्रदूषण करनेवाले वाहनों के खिलाफ स्वतंत्र मुहिम शुरू करें, प्रदूषण को लेकर नागरिकों में जनजागृति करें, शहर के प्रमुख ठिकानों का पार्किंग बंद कर स्वतंत्र पार्किंग क्षेत्र विकसित करें, ई-वाहनों को प्रोत्साहन दें, ऐसे सुझाव दिए है.इसके अनुसार अब मनपा को इस पर अमल करना होगा.

मनपा को दिया गया 6 करोड़ का निधि 

इस बारे में महापालिका के पर्यावरण अधिकारी मंगेश दिघे ने कहा कि शहर में वायू प्रदूषण कम करने के लिए मनपा को मंडल द्वारा 10 करोड़ का निधि मंजूर किया गया है. उसमें से 6 करोड़ का निधि मनपा को प्राप्त हुआ है. इसके तहत उपाय योजना करने के लिए कहा गया था. इसके अनुसार महापालिका इस पर अमल कर रही है. इस बीच मंडल ने महापालिका को निर्देश दिए है कि वायू गुणवत्ता प्रबंधन की प्रतिमाह रिपोर्ट देनी होगी. इसमें हॉटस्पॉट प्रबंधन, प्रमुख यातायात भीड़ बिंदु,  मैकेनिकल स्वीपर, स्प्रिंकलर, सीएनजी / इलेक्ट्रान वाहन और समग्र रूप से प्रमुख प्रदूषणकारी स्रोत टीम फीडबैक/शिकायतों के आधार पर विवरण पेश करना होगा. एमपीसी बोर्ड को हर महीने के 25 तारिख को यह रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है. महापालिका उसके लिए तैयार है. 

शहर के वायू प्रदुषण को कम करने को लेकर केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण मंडल महापालिका को बार-बार सुझाव दिए जाते है. मंडल ने महापालिका को निर्देश दिए है कि वायू गुणवत्ता प्रबंधन की प्रतिमाह रिपोर्ट देनी होगी. इसमें हॉटस्पॉट प्रबंधन, प्रमुख यातायात भीड़ बिंदु, मैकेनिकल स्वीपर, स्प्रिंकलर, सीएनजी/इलेक्ट्रानिक वाहन और समग्र रूप से प्रमुख प्रदूषणकारी स्रोत टीम फीडबैक/शिकायतों के आधार पर विवरण पेश करना होगा. एमपीसी बोर्ड को हर महीने के 25 तारीख को यह रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है. मनपा उसके तैयारी में जूट गई है.

- मंगेश दिघे, पर्यावरण अधिकारी, महापालिका