शैलेंद्र सिंह
पुणे. दक्षिण पुणे (South Pune) के प्रवेश द्वार अंबेगांव जाम्भुलवाड़ी इलाके (Ambegaon Jambhulwadi Area) में गुरुवार की सुबह झील के किनारे मरी हुई मछलियां (Dead Fish) पाई गईं। इन मछलियों का वजन लगभग पांच से सात टन, इसमें छोटी मछलियों से लेकर पंद्रह किलोग्राम तक की मछलियां शामिल है। इन मरी मछलियों के चलते इलाके में दुर्गंध फैली हुई है।
पांच से सात एकड़ कम हो गया तालाब
जाम्भुलवाड़ी तालाब 97 एकड़ के क्षेत्र में फैला है, लेकिन वर्तमान में अतिक्रमण के चलते तालाब का क्षेत्रफल पांच से सात एकड़ कम हो गया है, पर अतिक्रमण बढ़ने के मामले में सिंचाई विभाग (Irrigation Department) आंख पर पट्टी बांधे बैठा है। इसके अलावा, अंबेगांव खुर्द, जाम्बुलवाड़ी क्षेत्र में विकास कार्य तेजी से हो रहा है जिसके चलते यह इलाका घनी आबादी वाला क्षेत्र बन चुका है।
अवैध तरीके से बिल्डिंगों के सीवेज की निकासी तालाब में की गयी है
दरअसल तालाब के आसपास बड़ी बड़ी बिल्डिंगे बनी हैं। इन बिल्डिंगों के सीवेज को अभी तक नगर निगम की मंजूरी नही मिली है। इसलिए शनिनगर चौक और जाम्भुलवाड़ी दारीपुल के बीच बिल्डिंगों के सीवेज की निकासी तालाब में की गयी है। जिससे तालाब का पानी दूषित हो चुका है, जिसके कारण तालाब के पानी का रंग भी हरा हो चुका है। अभी तक नगर निगम और सिंचाई विभाग के बीच का मसला हल नहीं होने के कारण सिंचाई विभाग की ओर से सोसायटी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है। सिंचाई विभाग की इस उदासीनता ने जल जीवन के अस्तित्व को खतरे में डाल दिया है।
नागरिकों के स्वास्थ्य को खतरा हो सकता है
बाबजूद इसके मछुवारे इस दूषित तालाब से मछली पकड़ रहे हैं और इन्हें बेचने के लिए बाजार भेजा जा रहा है। इससे नागरिकों के स्वास्थ्य को खतरा हो सकता है। ऐसे में जरूरी है कि सिंचाई विभाग तालाब से मछली पकड़ने के कार्य को जल्द से जल्द रोक कर तालाब को संरक्षित करे।