- दूसरे चरण का कोरोना संक्रमण रोकने की तैयारी
पुणे. दूसरे चरण का कोरोना संक्रमण रोकने पुणे मनपा ने महत्वपूर्ण निर्णय लिया है. लक्षण दिखाई देने वाले हर व्यक्ति की समय पर जांच करने रैपिड एंटीजन टेस्ट को प्राथमिकता दी जाएगी. इसके लिए नए 50 हजार किट मंगवाए गए हैं. साथ ही स्वैब कलेक्शन सेंटर और आरटीपीसीआर टेस्ट की संख्या भी बढ़ाई जाएगी.
शहर में फिलहाल कोरोना संक्रमण कम होने से प्रतिदिन एक हजार से डेढ़ हजार नागरिकों की जांच की जा रही है. उनमें 150 से 200 नए संक्रमित पेशेंट मिल रहे हैं, लेकिन अगले कुछ दिनों में यानी 25 नवंबर के बाद संक्रमित पेशेंटों की संख्या में बड़ी वृद्धि होने का डर जताया जा रहा है.
ढाई हजार बेड की व्यवस्था
उसके कारण दिसंबर और जनवरी में कोरोना की दूसरी लहर आने का अनुमान स्वास्थ्य विभाग द्वारा जताया गया है. इस दूसरे चरण में प्रतिदिन ढाई हजार नए संक्रमित पेशेंट मिलने की आशंका जताई जा रही है. इन पेशेंटों को मुफ्त और समय पर इलाज कराने के लिए मनपा द्वारा ढाई हजार बेड की व्यवस्था की गई है. लेकिन इलाज से पहले जांच की संख्या भी बढ़ाने का प्रबंधन मनपा ने किया है. प्रतिदिन जांच की संख्या डेढ़ हजार से बढ़ाकर फिर से 6 हजार से अधिक की जाएगी. इसमें आरटीपीसीआर टेस्ट की संख्या अधिक है, लेकिन रैपिड एंटीजन टेस्ट की संख्या भी बढ़ाई जाएगी. इसके लिए 50 हजार किट मंगवाए गए हैं. इन किट के माध्यम से प्रतिदिन डेढ़ हजार नागरिकों की जांच कर सकेंगे.
नए किट मंगवाए गए हैं : वावरे
मनपा के सहायक स्वास्थ्य प्रमुख डॉ. संजीव वावरे ने कहा कि अन्य बीमारियों से बीमार पेशेंटों का समय पर इलाज करना संभव हो, इसलिए रैपिड एंटीजन टेस्ट की जाती है. ऐसे पेशेंटों के लिए नए किट मंगवाए गए हैं. साथ ही लक्षण दिखाई देने वालों की भी जांच की जाएगी.