-सीमा कुमारी
प्यार का दिन (Day of love), यानी ‘वैलेंटाइन डे’ (Valentine Day) 14 फरवरी (14 February) को पूरे विश्व (World) में हर्षोल्लास (Cheerfulness) एवं अलग अंदाज और विश्वास के साथ मनाया जाता है। इस दिन का हर धड़कते हुए दिल को बेसब्री से इंतजार (Wait) होता है। जहां चीन (China) में यह दिन ‘नाइट्स ऑफ सेवेन्स’ (Nights Of Sevens) के नाम से मनाई जाता है, वहीं जापान (Japan) और कोरिया (Korea) में इस दिन को ‘वाइट डे’ (White Day) के नाम से जाना जाता है। इतना ही नहीं, इन देशों में इस दिन से लेकर पूरे एक महीने तक लोग अपने प्यार का इजहार (Expressing love) करते हैं और एक-दूसरे को तोहफे (Gifts) व फूल (Flower) देकर अपनी भावनाओं (Feelings) को व्यक्त (Express) करते हैं।
पश्चिमी देशों (West Countries) में पारंपरिक रूप से इसे मनाने के लिए ‘वैलेंटाइन -डे’ के नाम से कार्ड (Card) आदान-प्रदान तो किया ही जाता है, साथ ही दिल (Heart), क्यूपिड (Cupid), फूलों (Flower) और ग्रीटिंग कार्डों (Greeting cards) जैसे प्रेम के चिन्हों (Signs of love) को उपहार स्वरूप देकर अपनी भावनाओं का भी इजहार करते हैं। भारत (India) में आमतौर पर वैलेंटाइन डे होटलों (Hotels), क्लबों (Club), पार्कों (Parks), मॉल (Malls), बाजारों (Markets), रेस्टोरेन्टों (Resturant), पिकनिक स्थलों (Picnic Spot), ऐतिहासिक स्मारकों (Historical Monuments), प्रसिद्ध बाजार (Famous Markets) और अन्य सार्वजनिक स्थलों पर मनाया जाता है।
हाल के वर्षों में सोशल मीडिया (Social Media) और परस्पर संपर्क के माध्यमों के विस्तार के चलते इस दिन की लोकप्रियता दुनियाभर में बढ़ गई है और इसे मनाने वालों की तादाद में भी भारी इजाफा हुआ है। 14 फरवरी का दिन इतिहास में प्रेम के प्रतीक के रूप में दर्ज है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि 14 फरवरी को ही वैलेंटाइन क्यों मनाया जाता है और ये दिन क्यों प्रेम के नाम हुआ? आखिर इस दिन के पीछे का इतिहास क्या है? तो आइए जानते हैं वैलेंटाइन डे की कहानी।
रिपोर्ट्स के अनुसार ‘ऑरिया ऑफ जैकोबस डी वॉराजिन’ नाम की पुस्तक में वैलेंटाइन डे का जिक्र किया गया है। यह दिन रोम के एक संत वैलेंटाइन के नाम पर मनाया जाता है। रोम में तीसरी शताब्दी में सम्राट क्लॉडियस का शासन था, जिनके अनुसार एकल पुरुष विवाहित पुरुषों की तुलना में ज्यादा अच्छे सैनिक बन सकते हैं। उन्हें यह भी लगता था कि रोम के लोग अपनी पत्नी और परिवारों के साथ मजबूत लगाव होने की वजह से सेना में भर्ती नहीं हो रहे हैं. इस समस्या से निजात पाने के लिए क्लाउडियस ने रोम में शादी और सगाई पर रोक लगा दी थी।
पादरी वैलेंटाइन ने सम्राट के क्रूर आदेश का विरोध किया और उन्होंने इसका विरोध करते हुए कई अधिकारियों और सैनिकों की शादियां भी कराई। इसके बाद जब सम्राट क्लॉडियस को इस बात का पता चला तब उन्होंने पादरी वैलेंटाइन को 14 फरवरी के दिन फांसी पर चढ़ा दिया। इसके बाद से ही उनकी याद में वैलेंटाइन डे को ‘प्यार के दिन’ के रूप में मनाया जाने लगा। इसके अलावा यह भी कहा जाता है कि सेंट वैलेंटाइन डे ने अपनी मौत के समय जेलर की अंधी बेटी जैकोबस को अपनी आंखे दान की थीं। सेंट ने जैकोबस को एक पत्र भी लिखा, जिसके आखिर में उन्होंने लिखा था, ‘तुम्हारा वैलेंटाइन’.बता दें कि जब 14 फरवरी के दिन लोग वैलेंटाइन डे मनाकर अपने प्यार का इजहार करते हैं तो वहीं दूसरी तरफ इसे कई जगह संस्कृति के खिलाफ मानते हुए इसको मनाने पर पाबंदी लगा दी जाती है।